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Commander Prerna Deosthalee and Ishan Deosthalee: भाई-बहन की जोड़ी का कमाल! संभालेंगे नौसेना के दो अलग-अलग युद्धक जहाजों की कमान

Commander Prerna Deosthalee and Ishan Deosthalee: जहां कमांडर प्रेरणा देओस्थले युद्धक जहाज आईएनएस त्रिंकट की कमान संभाल रही हैं, वहीं उनके छोटे भाई, कमांडर ईशान देओस्थले आईएनएस विभूति की कमान संभाल रही हैं.

(फोटो-ANI) (फोटो-ANI)

भारतीय नौसेना के इतिहास में पहली बार, भाई-बहन दो अलग-अलग युद्धक जहाजों की कमान संभालने वाले हैं. नौसेना कमांडर प्रेरणा देओस्थले (Commander Prerna Deosthalee) और कमांडर ईशान देओस्थले (Commander Ishan Deosthalee), एक साथ दो अलग-अलग जहाजों की कमान संभाल रहे हैं. जहां कमांडर प्रेरणा देओस्थले युद्धक जहाज आईएनएस त्रिंकट की कमान संभाल रही हैं, वहीं उनके छोटे भाई, कमांडर ईशान देओस्थले आईएनएस विभूति की. 

एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कमांडर प्रेरणा देओस्थले पिछले साल भारतीय नौसेना की पहली महिला अधिकारी बनी हैं, जिन्हें युद्धक जहाज की कमान सौंपी गई है. वह वर्तमान में तेज हमले वाले युद्धक जहाज आईएनएस त्रिंकट (INS Trinkat) की कप्तानी कर रही हैं. 

वहीं उनके छोटे भाई, कमांडर ईशान देओस्थले, हाल ही में आईएनएस विभूति (INS Vibhuti) की कमान संभाल चुके हैं. इस तरह भाई-बहन की जोड़ी पश्चिमी कमान के तहत अपने-अपने जहाजों का नेतृत्व करेगी. 

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कमांडर प्रेरणा देओस्थले और नौसेना में महिलाओं की भागीदारी 
कमांडर प्रेरणा देओस्थले की बात करें, तो उनका सफर कई उपलब्धियों से भरा रहा है. एक महिला अधिकारी के रूप में किसी जहाज की कमान मिलना अपने आप में बड़ी बात है. कमांडर प्रेरणा देओस्थले ऐसे जहाज की कमान संभालने वाली हैं जिसे अपनी तेजी और क्षमता के लिए जाना जाता है. 

(फोटो-ANI)
(फोटो-ANI)

कमांडर ईशान देओस्थले और आईएनएस विभूति
कमांडर ईशान देओस्थले, अपनी बहन के नक्शे कदम पर चलते हुए, आईएनएस विभूति की कमान संभाल रहे हैं. ये अपने अत्याधुनिक हथियारों के लिए जाना जाता है. ये जहाज हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में गोवा के तट पर आयोजित समारोह का हिस्सा रहा था. 

गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों में, नौसेना ने महिलाओं को अलग-अलग भूमिकाओं में शामिल किया गया है. 2021 में पहली बार नौसेना ने स्पेशल ऑपरेशन्स कैडर में महिलाओं को शामिल किया था. नौसेना का निर्णय महिला अधिकारी को युद्धक जहाज की कमान सौंपना एक प्रेरणादायक कदम है.