वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बजट 2022 पेश करते हुए घोषणा की कि लोगों की सुविधा के लिए अगले साल से E-Passport (ई-पासपोर्ट) लॉन्च किए जाएंगे. इन E-Passport में एक माइक्रोचिप एम्बेड होगी और इसमें एडवांस तकनीक का इस्तेमाल किया जायेगा.
क्या होता है E-Passport:
अब सवाल है कि आखिर E-Passport है क्या? आपको बता दें कि E-Passport सामान्य पासपोर्ट का ही डिजिटल रूप है. बस इसमें इलेक्ट्रॉनिक चिप का इस्तेमाल किया जाएगा और इस चिप में ही नागरिक की सभी जानकारी रहेगी.
E-Passport से जल्दी से आपकी पहचान की जा सकेगी और इससे इमीग्रेशन में लगने वाली लंबी लाइन खत्म हो जाएंगी. इसे चंद सेकण्ड्स में इमीग्रेशन काउंटर पर स्कैन किया जा सकता है.
क्या है E-Passport की खासियत:
अधिकारियों का कहना है कि E-Passport में रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन और बायोमेट्रिक्स का उपयोग किया जाएगा. यह पासपोर्ट अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुरूप ही होगा. और इसमें कई एडवांस फीचर होंगे जो आपकी यात्रा को आसान बनाएंगे.
साथ ही, E-Passport होने से फेक पासपोर्ट के बिज़नेस पर रोक लगेगी क्योंकि इसमें एम्बेड चिप में मौजूद जानकारी से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है.
आपको बता दें कि यह कोई नया कॉन्सेप्ट नहीं है क्योंकि भारत से पहले 120 देशों में यह पहले से ही प्रचलित है. अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे देशों के पास पहले से ही बायोमेट्रिक ई-पासपोर्ट सिस्टम है.
इस तरह काम करेगा E-Passport:
E-Passport में मौजूद चिप में पासपोर्ट होल्डर जानकारी रहेगी और इसे पासपोर्ट के बैक पर लगाया जायेगा. इसमें 64 kilobytes स्टोरेज स्पेस होता है और ये एम्बेडेड रैक्टेंगुलर एंटीना के साथ आता है. शुरुआत में चिप में 30 इंटरनेशनल ट्रिप का डेटा रहेगा.
बाद में चिप में पासपोर्ट होल्डर का पिक्चर और बायोमेट्रिक डेटा जैसे फिंगरप्रिंट्स मौजूद होंगे. अगर कोई इसे टैम्पर करता है तो पासपोर्ट ऑथेंटिकेशन फेल हो जाएगा.