देश में बुलेट ट्रेन का सपना जल्द ही साकार होता दिख रहा है. सरकार ने चार साल के भीतर देश की पहली बुलेट ट्रेन चलाने की उम्मीद जताई है. हाल ही में, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुजरात के सूरत में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का दौरा किया. इस दौरान उनके साथ रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदौस भी साथ थीं. रेल मंत्री का कहना है कि देश में पहली बार बुलेट ट्रेन 2026 तक चलेगी. इसके साथ ही उन्होंने इस प्रोजेक्ट से जुड़ी और भी जरूरी जानकारियां भी साझा की.
अश्विनी वैष्णव ने सूरत के भाटिया टॉल प्लाजा के पास मुंबई अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर सेग्मेंटल कास्टिंग यार्ड का निरीक्षण किया. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर सतीश अग्निहोत्री ने रेल मंत्री को 22 एकड़ में बन रहे सेग्मेंटल कास्टिंग यार्ड के बारे में जानकारी दी.
508 किमी का है बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि मुंबई और अहमदाबाद के बीच 508 किमी का बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट है. लेकिन फिलहाल वापी से अहमदाबाद के बीच काम शुरू हुआ है. 360 किमी के हिस्से में 160 किमी पर काम तेजी से चल रहा है. खास तौर पर 60 किमी में पिलर बन चुके हैं. जो पूरी तरह से नई टेक्नॉलजी पर आधारित हैं.
इस प्रोजेक्ट के लिए जिन मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है वे सभी स्वदेशी हैं. खास बात यह है कि इस प्रोजेक्ट के लिए 30 वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाए जाने हैं. जिनके लिए जुलाई तक टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी. हालांकि सूरत के उधना रेलवे स्टेशन के लिए टेंडर निकाला जा चुका है.
महज 3 घंटे में तय होगी दूरी
मुंबई-अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन के इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 1.1 लाख करोड़ रुपए है. जिसमें 12 स्टेशन बनाए जाने हैं. इसके बाद दोनों शहरों के बीच दूरी तय करने में महज तीन घंटे लगेंगे. जो फिलहाल 6 घंटे के सफर में पूरी होती है. यह भारत की बुलेट क्रांति के सफर का पहला पड़ाव है.
बुलेट ट्रेन का सफर साबरमती से शुरू होगा और अहमदाबाद से होते हुए यह बुलेट ट्रेन नाडियाड पहुंचेगी. इसके बाद बुलेट ट्रेन का अगला ठिकाना आनंद होगा, फिर वडोदरा और इसे बाद मुसाफिरों को भरुच पहुंचेगी. यहां से बुलेट ट्रेन का अगला ठिकाना सूरत होगा और फिर बिलिमोरा पहुंचेगी. वहां से वापी, बोईसर, विरार और ठाणे होते हुए ट्रेन बांद्रा तक जाएगी.
7 रूट्स पर चलेगी बुलेट ट्रेन
आपको बता दें कि देश के अलग-अलग हिस्सों में बुलेट ट्रेन के लिए 7 रूट तय किए गए हैं.
अगले 10 सालों में भारत की पहचान के साथ बुलेट ट्रेन भी जुड जाएगी. पिछले कुछ सालों में देश में इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत अच्छा काम हुआ है. जिससे देश का नाम दुनियाभर में ऊंचा हुआ है.