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महिला सरपंच ने पेश की मिसाल, अपने गहने गिरवी रख गांव में लगवाए सीसीटीवी कैमरे, ताकि रुक सकें अपराधिक घटनाएं

मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले में इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर बसे ग्राम पंचायत झिरी की महिला सरपंच ने एक मिसाल पेश की है. उन्होंने अपने गहने गिरवी रखकर ग्राम पंचायत में CCTV लगवाए हैं.

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हाइलाइट्स
  • 80 हजार रुपए के खरीदे सीसीटीवी

  • गहने गिरवी रख गांव में लगवाए सीसीटीवी कैमरे

कई फिल्मों में दिखाया जाता है कि अपने पति के सपने को साकार करने में मदद करने के लिए नायिका अपने गहने दे देती हैं. लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं असल जिंदगी की नायिका के बारे में. यह कहानी है मध्य प्रदेश की आशा कैथवास की. जिन्होंने गांव की तरक्की के लिए अपने गहने गिरवी रख दिए हैं.

इस 35 वर्षीय सरपंच ने अपने गांव में नाइट विजन सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए अपने गहने गिरवी रख दिए. एक महीने पहले ही आशा बुरहानपुर जिले में झिरी पंचायत की सरपंच बनी हैं. 

80 हजार रुपए के खरीदे सीसीटीवी
आशा ने जेवर गिरवी रखकर 80 हजार कीमत के CCTV कैमरे खरीदे और फिर प्रभार संभालते ही इन कैमरों को गांव में लगवा भी दिया. अब यह पंचायत पूरी तरह हाईटेक सुरक्षा वाली पंचायत कहला रही है. 

आशा कैथवास ने मानना है कि CCTV से हर एक्टिविटी आसानी से ट्रेस हो सकती है. ये कैमरे पूरे गांव में निगरानी रखेंगे. उनका मकसद ग्रामवासियों की सुरक्षा है, यही चुनावी मुद्दा भी था. इसके चलते हाईवे किनारे और पंचायत में 80 हजार के हाई डेफिनेशन (HD) क्वालिटी और नाइट विजन वाले 4 कैमरे लगवाए गए हैं. 

रोकनी हैं अपहरण जैसी वारदातें
कुछ महीने पहले झिरी से एक बच्चे के साथ अपहरण जैसी घटना घटित हो चुकी है. हालांकि, हाईवे पर CCTV कैमरे लगे होने की वजह से आरोपी को 72 घंटे के अंदर ही पुलिस ने धर दबोचा. पुलिस ने सभी पंचायतों को सीसीटीवी लगाने के लिए कहा, क्योंकि राजमार्गों के पास स्थित गांव अपराध के प्रति अधिक संवेदनशील हैं. 

आशा नव निर्वाचित सरपंच हैं और उनके डिजिटल हस्ताक्षर अभी तक नहीं बने हैं. इसलिए उन्हें जनपद पंचायत के माध्यम से आवंटित धन नहीं मिल सका. इसलिए उन्होंने अपने माता-पिता द्वारा दिए गए गहनों को गिरवी रखने का फैसला किया. 

(अशोक सोनी की रिपोर्ट)