यमुनोत्री से निकली यमुना और देश की राजधानी दिल्ली दोनों ही एक दूसरे के पूरक हैं. क्योंकि दिल्ली की पहचान यमुना से है. लेकिन आज मंजर ये है कि अगर आप यमुना के बगल से गुजरें तो आपको बदबू आने लगेगी क्योंकि अब यमुना का इस्तेमाल दिल्ली के वेस्ट को डिस्पोज करने वाली नदी के तौर पर होने लगा है. यमुना की स्वच्छता के लिए अब तक कई कैंपेन चलाए गए हैं, जिससे यमुना अपने पुराने स्वरूप में लौट आए. अब इसी के तहत दिल्ली सरकार के पर्यावरण विभाग और ईको क्लब ने मिलकर यमुना को साफ करने के लिए एक एक्शन प्लान तैयार किया है. इस प्लान की खासियत ये है कि इसमें इको क्लब शामिल हैं और इस इको क्लब में दिल्ली के स्कूलों के बच्चों के साथ तमाम वालंटियर शामिल है.
आई लव यमुना कैंपेन शुरू
17 मई से दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आई लव यमुना कैंपेन की शुरुआत की तमाम स्कूलों को भी इससे जोड़ा गया है. इसके बारे में जानकारी देते हुए गोपाल राय बताते हैं कि यमुना हमेशा से राजनीति करने का विषय रहा है, लेकिन दिल्ली सरकार यमुना को साफ करने के लिए एक्शन प्लान लेकर आई है. अब उसी के तहत इस कैंपेन की शुरुआत हुई है जिससे यमुना को साफ किया जा सकेगा. साथ ही अब यमुना पहले की तरह फिर से अपने पुराने स्वरूप में लौट आएगी. वहीं जून में यमुना संसद लगाई जाएगी, जिसकी खास बात ये होगी कि इस संसद में यूपी और दिल्ली की पंचायतों के साथ एक विशाल जनसमूह शामिल होगा.
सभी की सहभागिता से यमुना को रखना है साफ
इस कार्यक्रम में सबसे पहले दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने लोगों को एक संदेश दिया कि उन्हें यमुना को साफ रखना है और इसके लिए एक-एक दिल्लीवासी को जन सहभागिता निभानी होगी. वहीं इस मौके पर स्कूली बच्चे भी अपने हाथों में पोस्टर लेकर पहुंचे और संदेश दिया कि किस तरह से यमुना को मैला किया जा रहा है और इसका पुराना स्वरूप कैसा था. इस मौके पर सभी स्कूली बच्चे यमुना को बचाने की थीम पर पोस्टर बना कर लाए थे.