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ओमिक्रॉन को मात देने के लिए सेंट्रल रेलवे ने शुरू की नई मुहिम, अब प्लेटफॉर्म पर ही मिल जाएगी वैक्सीन

प्लेटफार्म के टीकाकरण बूथ पर लोगों को एक फॉर्म दिया जाता है. उसे भरकर और अपने आधार कार्ड को दिखाकर, रजिस्ट्रेशन काउंटर पर जानकारी भरी जाती है फिर आगे टीकाकरण केंद्र में भेजा जाता है. यहां वैक्सीनेटेड होने के बाद लाभार्थी निरीक्षण कक्ष में जाता है.

मुंबई में 6 महीने बाद, एक दिन में  900 से ज्यादा कोरोना केस सामने आए हैं. मुंबई में 6 महीने बाद, एक दिन में 900 से ज्यादा कोरोना केस सामने आए हैं.
हाइलाइट्स
  • स्टेशन पर लोगों को दिया जाता है एक फॉर्म 

  • स्टेशन पर लोगों को दिया जाता है एक फॉर्म 

कोविड का नया वेरिएंट पूरे देश में चिंता का विषय बना हुआ है. फिलहाल कोविड के साथ लड़ाई में सबसे कारगर हथियार वैक्सीन है. महाराष्ट्र में कोविड और खासकर ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले बढ़ते जा रहे हैं, मुंबई की बात करें तो मुंबई में कोरोना का कहर फिर शुरू हो गया है. मुंबई में 6 महीने बाद, एक दिन में  900 से ज्यादा कोरोना केस सामने आए हैं और रोजाना संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए अब सेंट्रल रेलवे की तरफ से अब रेलवे स्टेशंस पर भी वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

स्टेशन पर लोगों को दिया जाता है एक फॉर्म 

मुंबई के प्रमुख CSTM स्टेशन पर, रेलवे प्लेटफॉर्म पर ही आम लोगों को मुफ्त में वैक्सीन लगाई जा रही  है. यहां बॉम्बे मुंसिपल कॉर्पोरेशन यानी बीएमसी के साथ मिलकर सेंट्रल रेलवे द्वारा सारे बंदोबस्त किए गए हैं. यहां प्लेटफॉर्म के टीकाकरण बूथ पर लोगों को एक फॉर्म दिया जाता है. उसे भरकर और अपने आधार कार्ड को दिखाकर, रजिस्ट्रेशन काउंटर पर जानकारी भरी जाती है फिर आगे टीकाकरण केंद्र में भेजा जाता है. यहां वैक्सीनेटेड होने के बाद लाभार्थी निरीक्षण कक्ष में जाता है. साथ ही स्टेशन पर जैसे ही यात्री ट्रेन से उतरते हैं उनकी RT PCR रिपोर्ट और उनका वैक्सीनेशन स्टेटस देखा जाता है. जो भी वैक्सीनेटेड  नहीं है उन्हें दूसरे प्लेटफॉर्म पर बनाए गए वैक्सीनेशन बूथ पर जाने की सलाह दी जाती है.

स्वास्थ्य कर्मियों को जल्द दिया जाएगा बूस्टर डोज

पिछले 24 घंटों में भारत में  72,87,547 वैक्सीन की डोज देने के साथ ही भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज आज सुबह 7 बजे तक 142.47 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुका है. हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए एक ऐलान में स्वास्थ्य कर्मियों को बूस्टर डोज देने की बात भी  कही गई है. इसके साथ ही ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए 15 से 18 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन की भी घोषणा हो चुकी है.