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Chhattisgarh CM Face: छत्तीसगढ़ में सीएम पद की रेस में हैं ये 7 चेहरे

Chhattisgarh Election Results 2023: छत्तीसगढ़ में बीजेपी बिना किसी चेहरे के विधानसभा चुनाव में उतरी थी. चुनाव में बीजेपी ने बंपर जीत दर्ज की है. 90 सीटों वाले विधानसभा में बीजेपी को 54 सीटों और कांग्रेस को 35 सीटों पर जीत मिली है. ऐसे में सवाल उठता है कि पार्टी का सीएम चेहरा कौन होगा? सूबे में पार्टी के पास डॉ. रमन सिंह जैसा बड़ा चेहरा है. लेकिन अगर पार्टी किसी नए चेहरे पर दांव लगा चाहेगी तो उनके पास कई विकल्प मौजूद हैं.

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छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ी जीत मिली है. कांग्रेस पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. बीजेपी ने 54 सीटों पर जीत दर्ज की है. जबकि कांग्रेस को 35 सीटें मिली हैं. सूबे में बहुमत मिलने के बाद बीजेपी में अब सीएम के चेहरे को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. चलिए आपको बताते हैं कि छत्तीसगढ़ में सीएम पद की रेस में कौन-कौन से चेहरे हैं.

डॉ. रमन सिंह-
डॉ. रमन सिंह छत्तीसगढ़ में बीजेपी का सबसे बड़ा चेहरा हैं. वो 15 साल सूबे के मुख्यमंत्री रहे हैं. हालांकि बीजेपी ने इस बार चुनाव में सीएम पद का चेहरा घोषित नहीं किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे के साथ सामूहिक नेतृत्व में पार्टी में चुनावी मैदान में उतरी थी. अब पार्टी को बड़ी जीत मिल रही है. अगर पार्टी सूबे में अनुभवी नेतृत्व पर भरोसा जताएगी तो डॉ. रमन सिंह को फिर मौका मिल सकता है.

अरुण साव-
बीजेपी के दिग्गज लीडर अरुण साव छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष हैं. इस तरह से उनकी दावेदारी भी मजबूत मानी जा रही है. अगर डॉ. रमन सिंह को मौका नहीं मिलता है तो अरुण साव को सीएम बनाया जा सकता है. फिलहाल अरुण साव बिलासपुर से सांसद हैं. पार्टी ने विधानसभा चुनाव में उनको लोरमी सीट से उम्मीदवार बनाया है. अरुण साव ने एलएलबी की पढ़ाई की है. अरुण साव ओबीसी समुदाय के साहू समाज से आते हैं. सूबे में इस समाज की आबादी 12 फीसदी है.

बृजमोहन अग्रवाल-
छत्तीसगढ़ बीजेपी के दिग्गज नेता बृजमोहन अग्रवाल भी सीएम पद की रेस में हैं. वो 7 बार रायपुर दक्षिण सीट से विधायक रहे हैं. इस बार 8वीं बार मैदान में हैं. बृजमोहन अग्रवाल डॉ. रमन सिंह की अगुवाई वाली सरकार में मंत्री भी रहे चुके हैं. वो अनुभवी भी हैं.

लता उसेंडी-
सूबे में लता उसेंडी बीजेपी का बड़ा आदिवासी चेहरा हैं. साल 2003 में पहली बार विधायक बनी थीं. उसेंडी 2 बार विधायक रही हैं और 2 बार उनको हार का सामना करना पड़ा है. वो भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुकी हैं. फिलहाल वो बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. उनका नाम सीएम रेस में शामिल है. माना जा रहा है कि बीजेपी इस सूबे में आदिवासी सीएम बनाने का दांव खेल सकती है.

रेणुका सिंह-
बीजेपी लीडर रेणुका सिंह आदिवासी समाज से आती हैं. उनको पार्टी ने भरतपुर सोनहत सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. उनका नाम भी सीएम रेस में है. साल 2003 में वो पहली बार विधायक चुनी गई थीं. वो छत्तीसगढ़ बीजेपी की महिला मोर्चा में महामंत्री के पद पर रह चुकी हैं.

विजय बघेल-
बीजेपी के दिग्गज लीडर विजय बघेल दुर्ग लोकसभा सीट से सांसद हैं. इस बार विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उनको मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ मैदान में उतारा है. वो सीएम बघेल के भतीजे हैं. वो ओबीसी की कुर्मी समाज से आते हैं. उनकी छवि साफ-सुथरी है. उनका नाम भी सीएम रेस में शामिल है.

सरोज पांडेय-
छत्तीसगढ़ में सरोज पांडेय का नाम भी सीएम रेस में शामिल हैं. सरोज बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद हैं. वो बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुकी हैं. उनको छत्तीसगढ़ में बीजेपी का बड़ा चेहरा माना जाता है.

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