Central Industrial Security Force: मोदी सरकार (Modi Government) ने 12 नवंबर दिन मंगलवार को एक बड़ा कदम उठाते हुए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) में पहली ऑल-वुमेन बटालियन (First All Women Battalion) बनाने को मंजूरी दे दी.
इससे CISF (सीआईएसएफ) में महिला सैनिकों की भागीदारी और बढ़ जाएगी. मौजूदा समय में सीआईएसएफ में महिला कर्मचारी सात प्रतिशत हैं, जिनकी कुल संख्या 1.77 लाख है. आपको मालूम हो कि एक बटालियन में लगभग एक हजार कर्मचारी शामिल होते हैं.
पहले से बढ़ जाएगी सीआईएसएफ की ताकत
गृह मंत्रालय (MHA) ने पूर्ण महिला बटालियन बनाने का फैसला एयरपोर्ट और अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों में CISF जवानों की ड्यूटी की बढ़ती जरूरत को ध्यान में रखते हुए लिया है. इस तरह से अब नारी शक्ति CISF की और मान बढ़ाएगी. सीआईएसएफ की ताकत पहले से काफी बढ़ जाएगी.
कुल इतनी महिला जवान होंगी तैनात
पहली ऑल-वुमेन बटालियन में कुल 1025 महिला जवान होंगी. इस बटालियन का नेतृत्व वरिष्ठ कमांडेंट स्तर के अधिकारी करेंगे. गृह मंत्रालय ने इसी सप्ताह इसको लेकर आदेश जारी किए हैं. All Women Battalion में शामिल अधिकतर महिला जवानों को कमांडो ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि किसी भी स्थिति में यह बटालियन मोर्चा संभाल सके और दुशमनों को मार गिराए. आपको मालूम हो कि ऐसा नहीं है कि सीआईएसएफ में अभी महिला कमांडो नहीं हैं, हैं लेकिन उनकी अलग से पूरी बटालियन नहीं है. ऑल-वुमेन बटालियन से जहां न सिर्फ CISF को नई पहचान मिलेगी बल्कि युवा लड़कियों को सीआईएसएफ में शामिल होने और देश की सेवा करने की प्रेरणा मिलेगी.
अगले साल तक देश को मिली जाएगी महिला बटालियन
सीआईएसएफ मुख्यालय ने पहली ऑल-वुमेन बटालियन के लिए भर्ती प्रक्रिया की तैयारियां शुरू कर दी है. अगले साल यानी 2025 में सीआईएसएफ देश को अपनी पहली महिला बटालियन दे देगी. मौजूदा समय में सीआईएसएफ में 12 रिजर्व बटालियन है. CISF को जब भी चुनाव या किसी नए संस्थान में सुरक्षा की जिम्मेदारी मिलती है तो रिजर्व बटालियन को तैनात किया जाता है.
गृह मंत्री के निर्देश के बाद लाया गया था पहली बार प्रस्ताव
गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने CISF के 53वें स्थापना दिवस पर कहा था कि आने वाले दिनों में सीआईएसएफ के अंदर महिलाओं की तादाद 20% करने पर जोर दिया जाएगा. गृह मंत्री के निर्देश के बाद ही सीआईएसएफ में महिला बटालियन का प्रस्ताव पहली बार लाया गया था. इस महिला बटालियन के बनने से सीआईएसएफ में महिलाओं की भागीदारी और मजबूत होगी. महिला बटालियन संवेदनशील प्रतिष्ठानों की सुरक्षा और महत्वपूर्ण स्थानों की निगरानी करेगी.
इनकी सुरक्षा है CISF के जिम्मे
CISF के पास वर्तमान समय में 68 एयरपोर्ट, दिल्ली मेट्रो, लाल किला, ताजमहल सहित संसद की सुरक्षा की जिम्मेदारी है. इतना ही नहीं सीआईएसएफ परमाणु और एयरोस्पेस से जुड़े संस्थानों समेत निजी क्षेत्र के संस्थानों को भी सुरक्षा मुहैया करता है. मोदी सरकार ने जुलाई 2024 में संसद की सुरक्षा का जिम्मा सीआईएसएफ को दिया था. गृह मंत्रालय के मुताबिक सीआईएसएफ ने महिला रिजर्व बटालियन की जरूरत बताई थी, जिसे मंजूरी दे दी गई है.