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Ravneet Kaur: भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग को मिली पहली महिला अध्यक्ष, जानिए कौन हैं IAS रवनीत कौर?

रवनीत कौर, जिन्हें CCI का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है, 1988 की पंजाब कैडर की IAS अधिकारी हैं. रवनीत कौर ने दो दशकों से अधिक के अपने करियर में विभिन्न सरकारी पदों पर काम किया.

IAS रवनीत कौर IAS रवनीत कौर
हाइलाइट्स
  • 1988 पंजाब कैडर की आईएएस अधिकारी हैं रवनीत

  • दो दशक से ज्यादा का है रवनीत का करियर

IAS रवनीत कौर को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. अक्टूबर 2022 में अशोक कुमार गुप्ता के कार्यालय छोड़ने के बाद से प्रतियोगिता नियामक के लिए कोई पूर्णकालिक अध्यक्ष नहीं है. CCI सदस्य संगीता वर्मा पिछले साल अक्टूबर से अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रही हैं.

15 मई के आदेश के अनुसार रवनीत कौर की नियुक्ति पदभार ग्रहण करने की तिथि से पांच वर्ष की अवधि के लिए या 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने की तिथि तक या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, के लिए होगी. बिना घर और कार के 4,50,000 रुपये प्रति माह का समेकित वेतन मिलेगा.

कौन हैं सीसीआई की नई प्रमुख रवनीत कौर?
रवनीत कौर, जिन्हें CCI का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है, 1988 की पंजाब कैडर की IAS अधिकारी हैं. रवनीत कौर ने दो दशकों से अधिक के अपने करियर में विभिन्न सरकारी पदों पर काम किया. कौर ने 2006-2008 तक दो साल के लिए आर्थिक मामलों के विभाग में निदेशक के रूप में कार्य किया.
उन्हें 2008 से 2011 तक वित्तीय सेवा विभाग में संयुक्त सचिव के रूप में भी नियुक्त किया गया था. रवनीत कौर ने 2012 से 2013 तक 11 महीनों के लिए पंजाब सरकार के प्रमुख सचिव के रूप में भी काम किया. रवनीत कौर 2017-2019 से भारत पर्यटन विकास निगम की अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) थीं.

गौरतलब है कि कौर कि नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब गूगल, ह्वाट्सऐप, फेसबुक और एमेजॉन जैसी बड़ी कंपनियों के तकनीकी मामले सीसीआई के पास विचाराधीन हैं. सीसीआई को लगभग उन 200 मामलों को भी निपटाना है, जो दिसंबर में राष्ट्रीय मुनाफाखोरी विरोधी प्राधिकरण से आयोग को स्थानांतरित कर दिए गए थे. 

चेयरपर्सन का पद खाली होने के कारण सीसीआई में कोरम नहीं पूरा होता था, जिससे कामकाज प्रभावित हो रहा था. इससे मुनाफाखोरी रोधी और वर्चस्व के दुरुपयोग के मामलों से निपटने के लिए कदम नहीं उठाए जा सकते थे. कोरम पूरा होने के साथ सीसीआई कई लंबित शिकायतों पर तेजी से आगे बढ़ना चाहेगी, जिनमें बड़ी तकनीकी कंपनियों के खिलाफ शिकायतें भी हैं.