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Congress President Election Result: मल्लिकार्जुन खड़गे चुने गए कांग्रेस के अध्यक्ष, शशि थरूर के हाथ लगी निराशा

Congress President Election 2022: 24 साल बाद कांग्रेस को गांधी परिवार के बाहर का अध्यक्ष मिल गया है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने शशि थरूर को बड़े अंतर से हराया है. शशि थरूर को सिर्फ 1072 वोट मिले. जबकि खड़गे को 8 हजार के करीब वोट मिले हैं.

मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर (फाइल फोटो) मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
  • मल्लिकार्जुन खड़गे चुने गए कांग्रेस अध्यक्ष

  • अध्यक्ष पद के चुनाव में शशि थरूर को मिली हार

मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं. खड़गे ने चुनाव में शशि थरूर को मात दी. शशि थरूर को सिर्फ 1072 वोट मिले, जबकि खड़गे को 7897 लोगों का समर्थन मिला. 17 अगस्त को अध्यक्ष पद के चुनाव में 9385 नेताओं ने वोट डाला था. इसमें से 416 वोट रद्द हो गए.

खड़गे को मिल रही बधाइयां-
मल्लिकार्जुन खड़े गो कांग्रेस का अध्यक्ष चुने जाने के बाद लगातार पार्टी नेताओं की तरफ से बधाई मिल रही है. शशि थरूर ने अपनी हार स्वीकार की और खड़गे को जीत की बधाई दी. उधर, मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी खड़गे को बधाई दी. सचिन पायलट ने कहा कि खगड़े की जीत लोकतंत्र की जीत है. जबकि प्रमोद तिवारी ने शशि थरूर पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हारने वाले बहाना बनाते हैं.

24 साल बाद मिला गैर-गांधी अध्यक्ष-
24 साल बाद कांग्रेस को गांधी परिवार के बाहर का अध्यक्ष मिला है. इससे पहले साल 1998 में सीताराम केसरी को हटाकर सोनिया गांधी को अध्यक्ष बनाया गया था. उसके बाद से लगातार ये पद गांधी परिवार के पास था. सोनिया गांधी के बाद राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया. लेकिन चुनावों में लगातार हार से निराश होकर राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर कार्यभार संभाल रही थीं. लेकिन अब कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल गया है. 

इससे पहले कब-कब हुए हैं चुनाव-
आजादी के बाद साल 1950 में पहली बार कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुए. जिसमें जवाहर लाल नेहरू समर्थित उम्मीदवार जेबी कृपलानी को हार का सामना करना पड़ा था और पुरुषोत्तम दास टंडन को जीत मिली थी. इसके बाद साल 1977 में चुनाव हुए तो ब्रह्मानंद रेड्डी ने सिद्धार्थ शंकर रे और कर्ण सिंह को हराया था. इसके 20 साल बाद 1997 में फिर अध्यक्ष पद के लिए इलेक्शन हुए. जिसमें सीताराम केसरी ने शरद पवार और राजेश पायलट को हराया था. लेकिन सीताराम केसरी ज्यादा दिन तक अध्यक्ष पद पर नहीं रह पाए. उनको हटाकर सोनिया गांधी को पार्टी की कमान दे दी गई.

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