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Ayodhya Ram Mandir: रामलला के भक्तों के लिए खुशखबरी! पूरा हुआ 50 प्रतिशत मंदिर निर्माण का काम, जानिए कब विराजेंगे रामलला

राजस्थान में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि राम मंदिर निर्माण का काम 50 फीसदी से ज्यादा पूरा हो चुका है. 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर की आधारशिला रखी और तब से मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है.

Ram Mandir Ram Mandir
हाइलाइट्स
  • पूरा हुआ 50 प्रतिशत काम

  • 9 नवंबर को पारित हुआ फैसला

हिंदू धर्म की आस्था का प्रतीक राम मंदिर बनकर लगभग तैयार हो गया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान के श्री पंचखंड पीठ में एक कार्यक्रम के दौरान इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अयोध्या राम मंदिर निर्माण लगभग 50 प्रतिशत से अधिक हो गया है.

अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है. 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर की आधारशिला रखी और तब से मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है. सीएम योगी पावनधाम श्रीपंचखण्ड पीठ में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जयपुर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने संत समाज की सराहना करते हुए राम मंदिर का जिक्र किया और निर्माण कार्य के बारे में बताया. 

आचार्य धर्मेंद्र जी का रहा योगदान
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा, "महात्मा रामचंद्र वीर जी महाराज और स्वामी आचार्य धर्मेंद्र जी महाराज ही थे जिन्होंने देश के प्रति निस्वार्थ भाव से योगदान दिया. 'पीठ' ने भी देश के कल्याण के लिए संतों के नेतृत्व में विभिन्न अभियान में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई." स्वामी सोमेंद्र शर्मा के 'चादरपोशी' समारोह के दौरान आदित्यनाथ ने कहा कि आचार्य धर्मेंद्र का तीन पीढ़ियों से गोरक्षपीठ से गहरा संबंध रहा है.

उन्होंने कहा,"आचार्य जी में हमेशा अपनेपन की भावना थी, उनके प्रति मेरा गहरा सम्मान है." 

पूरा हुआ 50 प्रतिशत काम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'संत समागम' को संबोधित करते हुए कहा, "भारत का सनातन धर्म हमारी 'गौ माता' (गायों) की सुरक्षा को अत्यधिक महत्व देता है." उन्होंने आगे कहा, "राम मंदिर के उस सपने को साकार करने के लिए समर्पित प्रयास किए गए, जिसके लिए 1949 में आंदोलन शुरू हुआ था. परिणामस्वरूप, आज राम मंदिर, जो आचार्य जी का एक सपना भी था आज समापन की ओर है और उस पर 50 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो गया है."

सीएम योगी ने कहा कि आचार्य जी खुलकर और तर्कसंगत तरीके से अपने विचार व्यक्त करते थे. इसका परिणाम यह होता है कि हिंदू समुदाय उनके प्रति श्रद्धा और सम्मान रखता है. उन्होंने कहा, "आज आचार्य जी शारीरिक रूप से मौजूद नहीं हैं, उनके मूल्य, आदर्श और योगदान हम सभी के बीच जीवित हैं."

9 नवंबर को पारित हुआ फैसला
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 16 अक्टूबर 2019 को अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में सुनवाई पूरी की और अपना फैसला सुरक्षित रख लिया, जो 9 नवंबर को पारित किया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने सर्वसम्मत फैसले में अयोध्या में विवादित 2.77 एकड़ जमीन का मालिकाना हक राम जन्मभूमि ट्रस्ट को दे दिया. राम मंदिर के 'गर्भ गृह' या मंदिर के गर्भगृह के निर्माण की आधारशिला इस साल जून में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रखी थी.

कब विराजेंगे रामलला 
खबरों की मानें तो जनवरी 2024 के मकर संक्रांति पर भगवान रामलला अपने दिव्य भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे. रामलला का मंदिर 20 मीटर लंबा और 20 मीटर चौड़ा होगा. विशालकाय भूखंड पर वैज्ञानिक पद्धति से मंदिर को बनाया जा रहा है. मंदिर की बुनियाद को सरयू की जलधारा से सुरक्षित रखने के लिए रिटेनिंग वॉल बनाई जा रही है. राम मंदिर का निर्माण भरतपुर के गुलाबी पत्थरों से होगा. ये हल्के गुलाबी रंग का बलुआ पत्थर होता है. पूरा मंदिर इन्हीं पत्थरों से बनेगा और इसकी कुल ऊंचाई 161 फीट होगी.