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Ram Mandir: रामराज की तरह सज रही Ayodhya नगरी, Railway Station पहुंचते ही भव्य राम मंदिर की दिखेगी झलक, सुविधाएं देख... कायल हो जाएंगे आप

देश के कोने-कोने से श्रद्धालु रामलला के नए परिसर का काम को देखने पहुंच रहे हैं. 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर का उद्घाटन समारोह होने वाला है. बड़ी संख्या में रामभक्त अयोध्या आएंगे. इसके देखते हुए तैयारी जोर-शोर से की जा रही है.

 Ayodhya Railway Station Ayodhya Railway Station
हाइलाइट्स
  • 22 जनवरी 2024 को है राम मंदिर का उद्घाटन समारोह

  • देश के कोने-कोने से अयोध्या के लिए चलेंगी ट्रेनें

रामनगरी अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारी अब अंतिम चरण में पहुंच गई है. जहां एक तरफ मुख्य मंदिर के निर्माण का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है, तो वहीं रामपथ, भक्ति पथ और सुग्रीव किला की आसपास का सौंदर्यकरण का काम भी अंतिम दौर में है. 

अयोध्या को राम नाम में रंगने की तैयारी 
अयोध्या को राम नाम में रंगने की तैयारी भी की जा रही है और उद्घाटन कार्यक्रम से पहले अयोध्यावासी राम लला के आने का इंतजार कर रहे हैं. 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उद्घाटन समारोह में शिरकत करने से पहले सभी तैयारियां को समय रहते पूरा किया जा रहा है. 

रेलवे स्टेशन की सुविधाओं के आगे एयरपोर्ट भी फेल
आधुनिक तौर पर बनाए जा रहे रेलवे स्टेशन में यात्री की हर सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है. राम के मंदिर की झलक के साथ मॉडर्न आर्किटेक्चर और सभी मॉडर्न सुविधाओं से युक्त इस स्टेशन का उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे. इस रेलवे स्टेशन पर ऐसी सुविधाएं हैं कि इसके आगे एयरपोर्ट भी फेल हो जाएगा. देश के हर हिस्से से अयोध्या तक के लिए ट्रेन शुरू करने की योजना है. उद्घाटन समारोह से पहले 19 जनवरी से ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा.

कई शहरों से अयोध्या को जोड़ा जाएगा
भगवान श्री राम की मूर्ती की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी से मंदिर जनता के लिए खुला रहेगा. अयोध्या को दिल्ली, मुंबई चेन्नई, बेंगलुरु, पुणे, कोलकाता, नागपुर, लखनऊ और जम्मू के साथ-साथ कई शहरों से जोड़ा जाएगा. यात्रियों की भीड़ को संभालने के लिए अयोध्या स्टेशन को एक नया रूप दिया गया है. इसमें फूड कोर्ट, एसी वेटिंग लाउंज, एस्क्लेटर, लिफ्ट, वाईफाई के साथ आईआरसीटीसी तीर्थयात्रा के दौरान 24 घंटे खानपान सर्विस देगा. वहीं सरयू नदी पर इलेक्ट्रिक कैटामरन की सवारी भी आकर्षण का केंद्र होगा.

कुछ ट्रेनों को चार्टेड सेवा के रूप में किया जाएगा बुक 
तीर्थयात्रियों के समूहों के जरिए रामनगरी के लिए कुछ ट्रेनों को चार्टेड सेवा के रूप में बुक किया जाएगा. राम मंदिर उद्घाटन समारोह के दौरान आने वाले भक्तों को देखते हुए रेलवे और टिकटिंग पीएसयू, समेत आईआरसीटीसी भी 24 घंटे तीर्थयात्रियों के लिए खानपान सेवा का इंतजाम करेंगे. इस मांग को पूरा करने के लिए कई फूड स्टॉल का भी इंतजाम होगा.

सड़कों के किनारे लग रहे सूर्य स्तंभ
रामराज की तरह सज रही अयोध्या नगरी. शहर में एंट्री करते ही सनातन कल्चर के रंग में श्रद्धालु डूब रहे हैं. सड़कों के किनारे लग रहे सूर्य स्तंभ भगवान राम के सूर्यवंशी होने के प्रतीक को दर्शाते हैं. जिला प्रशासन के मुताबिक, धर्म पथ के सड़कों के किनारों पर दीवार बन रही है, जिस पर रामायण काल के प्रसंगों को दर्शाया जाएगा. दीवारें टेराकोटा फाइन क्ले म्यूरल कलाकृतियों से सजी होंगी जो त्रेतायुग की याद दिलाएंगी. वहीं अयोध्या में अब रंग रोगन, साफ सफाई और कलाकृति का काम हर तरफ नजर आ रहा है. 

रामपथ दिया गया है नाम 
नयाघाट से सहादतगंज तक जाने वाली सड़क को रामपथ नाम दिया गया है. यह सड़क 13 किलोमीटर लंबी है. जिला प्रशासन के अधिकारी कहते हैं कि पहले यह सड़क दो लेन की थी. अब उसकी जगह 40 फीट चौड़ी सड़क बनाई गई है. सड़क के दोनों किनारों पर मौजूद प्रतिष्ठानों, भवनों व दुकानों को एक ही डिजाइन और रंग में रंगा जा रहा है. डिवाइडर पर पौधे लगाए जा रहे हैं. बस स्टॉप भी बन रहे हैं और  सड़क के किनारे फुटपाथ को सजाने का काम भी चल रहा है. 

रामायण काल के प्रसंगों की कलाकृतियों से सजी होंगी दीवारें
सड़क की दीवारों को जीवंत करने की तैयारी है, जिसमें रामायण काल के प्रसंग दिखाए जाएंगे. राममंदिर के मुख्य प्रवेश मार्ग को श्रीराम जन्मभूमि पथ के रूप में डेवलप किया जा रहा है. 90 फीट चौड़े मार्ग पर लाइटिंग और केनोपी बनाने का काम हो रहा है. श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए बुनियादी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं. रास्ते के दोनों किनारों की दीवारों पर रामायण काल के प्रसंगों की कलाकृतियों से सजी होंगी जो श्रद्धालुओं को अपनी और आकर्षित करेंगी.

पुरातन महत्व के प्रतीकों से सजाई जा रही अयोध्या
रामनगरी के प्राचीन कुंड पौराणिक प्रसंगों की गवाह है. उन्हें भी सजाया जा रहा है. जिला प्रशासन के अनुसार, नयाघाट स्थित रामकथा संग्रहालय का सुंदरीकरण कराया जा रहा है. ऐतिहासिक घटनाओं की साक्षी रही राम की पैड़ी की सफाई की गई है. पंपिंग स्टेशनों की कैपेसिटी बढ़ाई गई है. हर शाम को लेजर शो के जरिए राम कथा की प्रस्तुति होती है. रामनगरी के 37 प्राचीन मंदिरों का भी पुनरुद्धार हो रहा है. अयोध्या को पुरातन महत्व के प्रतीकों से सजाया जा रहा है. ताकि श्रद्धालुओं को अयोध्या में एंट्री करते ही राम राज का एहसास हो.

रामलला के नए परिसर का काम को देखने पहुंच रहे श्रद्धालु
महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार से बड़ी संख्या में श्रद्धालु रामलला के नए परिसर का काम को देखने पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं ने कहा की राम की अयोध्या को बनते देखना अपने आप में एक बड़ा मौका है इसीलिए बड़ी संख्या में लोग देशभर से यहां पहुंच रहे हैं. मंदिर के उद्घाटन के बाद यह संख्या चौगनी हो जाएगी और उम्मीद जैसी प्रतिदिन एक लाख दर्शनार्थी अयोध्या पहुंचेंगे.

सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था 
सुरक्षा इंतजामों पर अयोध्या के आईजी रेंज प्रवीण कुमार ने कहा कि जल्द ही राम मंदिर के लिए नई सुरक्षा योजना लागू होगी, जिसके तहत कोई भी व्यक्ति बगैर जांच पड़ताल के मंदिर के आस-पास भी नहीं फटक सकेगा. जगह-जगह चेकिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे. इसके अलावा 2500 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. बिना अनुमति के मंदिर वाले इलाके में ड्रोन नहीं उड़ाए जा सकेंगे. भविष्य में रिवर सिक्योरिटी को भी मजबूत किया जाएगा और नदी के किनारे सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था की जाएगी. लोकार्पण के समय की सुरक्षा व्यवस्था के तहत जिले में 37 शासकीय और अशासकीय जमीनों पर पार्किंग व्यवस्था होगी. 

(अयोध्या से अभिषेक मिश्रा की रिपोर्ट)