scorecardresearch

IGI Airport पर देश का पहला एलिवेटेड टैक्सी-वे तैयार, 13 जुलाई को उद्घाटन, RDX धमाके का भी नहीं होगा असर, जानें डिटेल्स

Indira Gandhi International Airport पर बना एलिवेटेड ईस्टर्न क्रॉस टैक्सी-वे  2.1 किमी लंबा और 202 मीटर चौड़ा है. इसके शुरू होने पर समय और ईंधन की बचत होगी. रनवे पर विमानों की ट्रैफिक कम हो जाएगी.

IGI Airport (Photo PTI) IGI Airport (Photo PTI)
हाइलाइट्स
  • इसके निर्माण में गुणवत्ता का रखा गया है विशेष ध्यान

  • ईस्टर्न क्रॉस टैक्सी-वे से समय और ईंधन की होगी बचत 

दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGIA) पर एलिवेटेड ईस्टर्न क्रॉस टैक्सी-वे (ईसीटी) का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है. इसका उद्घाटन 13 जुलाई 2023 को किया जाएगा. आईजीआई एयरपोर्ट देश का पहला हवाई अड्डा बन गया है, जहां विमानों के आवाजाही के लिए एलिवेटेड टैक्सी-वे की सुविधा होगी.

अभी हैं तीन रनवे 
अभी इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर तीन रनवे हैं. ईस्टर्न क्रॉस टैक्सी-वे से समय और ईंधन की बचत होगी. पहले रनवे नंबर-3 पर उतरने और टर्मिनल-1 पर जाने के लिए एक विमान को 9 किमी की दूरी तय करनी पड़ती थी, जो अब घटकर 2 किमी रह जाएगी. इससे फ्लाइट के उड़ान भरने और उतरने के दौरान यात्रियों को जो सड़क पर इंतजार करना होता था, वह भी घटकर कम हो जाएगा. 

फ्यूल की होगी बचत
जीएमआर ग्रुप के डिप्टी एमडी के. प्रभाकरण ने बताया कि इसको बनाने का उद्देश्य साल 2030 तक आईजीआई एयरपोर्ट पर कार्बन उत्सर्जन को जीरो तक पहुंचाना है. इस टैक्सी-वे का उपयोग कर विमान को टर्मिनल-3 से टर्मिनल-1 तक जाने में कम दूरी तय करनी होगी. इससे एक बार में लगभग 350 लीटर एविएशन फ्यूल की बचत होगी. इससे होने वाले करीब 1114 किलो सीओ 2 के उत्सर्जन में कमी आएगी. जबकि सालाना 55000 टन सीओ 2 के उत्सर्जन में कमी आएगी. आपको बता दें कि IGIA का संचालन दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड करता है जो जीएमआर एयरपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के नेतृत्व वाला संघ है.

अधिक विमानों की आवाजाही हो सकेगी
एलिवेटेड टैक्सी-वे पर ऑपरेशनल फंक्शनल के शुरू होने पर टर्मिनल-1 और टर्मिनल-3 आपस में जुड़ जाएंगे. इसके शुरू होने से टर्मिनल-3 में अधिक विमानों की आवाजाही हो सकेगी. इससे रनवे पर विमानों की ट्रैफिक कम हो जाएगी. उड़ानों के संचालन में विलंब होने की समस्या से निजात मिलेगी, क्योंकि टैक्सी-वे पर जगह नहीं मिलने के कारण कई विमानों को टर्मिनल के पास खड़ा कर दिया जाता है.

भूकंप के तेज झटकों से भी रहेगा सुरक्षित
एयरपोर्ट मार्ग को 8 मीटर ऊंचे पुल पर तैयार किया गया. इस एलिवेटेड टैक्सी-वे का आधार 156 चौड़े खंभों पर टिका है. इसके निर्माण में विशेष रूप से तैयार करवाए हुए कुल 590 स्टील के गार्डर का उपयोग किया गया है. इनमें से हर गार्डर का वजन 90 मीट्रिक टन है. इतनी मजबूती से बनाया गया है कि यह संरचना भूकंप के तेज झटकों के साथ ही आरडीएक्स जैसे विस्फोटकों से भी सुरक्षित रह सकता है. इसकी जांच मुंबई आईआईटी के एक्सपर्ट की ओर से की गई है.

कितना बड़ा होगा ईस्टर्न क्रास टैक्सी-वे
ईसीटी 2.1 किमी लंबा और करीब 202 मीटर चौड़ा है. यहां दो टैक्सी-वे होंगे. एक जहाज के उड़ान भरने के लिए और दूसरा विमानों के उतरने के लिए इस्तेमाल होगा. यह एलिवेटेड टैक्सी-वे A-380 और B-777 जैसे बड़े जहाजों को संभालने की क्षमता रखता है. दो लेने वाले इस टैक्सी-वे के प्रत्येक लेन की चौड़ाई 44 मीटर है और इनके बीच में 47 मीटर की दूरी है. इसके ऊपर किसी इमरजेंसी की स्थिति में विमान के होने के दौरान फायर, एंबुलेंस और टो ट्रैक्टर के पहुंचने के लिए लेन बनाए गए हैं.