कहते हैं कुछ नया करने की कोशिश कई बार आपको एक अलग दिशा में ले जाती है. सोलर एनर्जी ऊर्जा का एक अच्छा विकल्प है, जिसकी मदद से बिजली उत्पादन के बोझ को कम किया जा सकता है. ऐसे में देश मे एक ऐसा सोलर टेक्नोलॉजी पार्क विकसित किया गया गया जहां भविष्य की रूपरेखा आप देख सकते हैं. इस पार्क में सोलर ट्री, सोलर बैंच, इसके अलावा स्विमिंग पूल से भी बिजली का उत्पादन होगा. उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद में बनाए गए इस पार्क की हर चीज सोलर एनर्जी प्रोडक्शन में सहायक है
देश का पहला सोलर टेक्नोलॉजी पार्क
आपने पार्क तो कई सारे देखे होंगे पर इस पार्क की बात ही कुछ अलग है. ये देश का पहला ऐसा पार्क है जो ग्रीन एनर्जी की सोच को वास्तविकता के साथ सच कर रहा है. इस पार्क में आप जहां भी जाएंगे, आपको सोलर पैनल लगे हुए नजर आएंगे. यह देश का पहला सोलर टेक्नोलॉजी पार्क है जिसमें यह समझाने की कोशिश की गई है कि सौर ऊर्जा को भविष्य में एक बेहतर विकल्प के रूप में हमें अपनाना होगा. इस पार्क में स्विमिंग पूल से लेकर बैठने वाली बेंच भी बिजली का उत्पादन करती है. यहां आपको ऐसे पेड़ भी नजर आएंगे जो सोलर पैनल की वजह से बिजली का उत्पादन कर रहे हैं.
हर तरफ नजर आएंगे सोलर पैनल
इस पार्क को बनाने में करीब 3 साल का समय लगा. इस पार्क को बिजली की दिक्कत और पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिहाज से बनाया गया है. ये पार्क सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (CEL) की पहल पर बनाया गया है. CEL के सी एम डी चेतन प्रकाश जैन कहते हैं, "ये हमारी नई सोच का नतीजा है. हमने ये तय किया कि हम कुछ अलग करें. इस पार्क में आपको हर तरफ सोलर पैनल नज़र आएंगे चाहे वो बेंच हो, स्वीमिंग पूल या फिर सोलर ट्री, हम सौर ऊर्जा के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहे हैं. इस तरह के थीम पार्क लोगो को सोलर एनर्जी के बारे में समझने में और मदद करेंगे."
यहां पेड़, स्वीमिंग पूल और बेंच बना रहे हैं बिजली
यहां सोलर ट्री, स्वीमिंग पूल के अलावा अगर आप जमीन की तरफ भी नर डालेंगे तो उस पर लगे सोलर पैनल की वजह से उससे भी बिजली निर्माण किया जा रहा है. यहां जिस रास्ते के जरिये आप पार्क में दाखिल होंगे, या पार्क में जब आप वॉक करेंगे तो आपको सोलर पैनल नजर आएगा. यानी पार्क की हर चीज में सौर ऊर्जा उत्पादन की सोच को आगे बढ़ाया गया है. इस पार्क में हर साल पांच लाख यूनिट से ज्यादा बिजली बनाई जा सकती है. यहां मौजूद हर चीज पर सोलर पैनल लगाए गए हैं. अब वो चाहे जमीन हो, स्विमिंग पूल हो, बैठने वाली बैंच की छत हो और या फिर सोलर पोल. इस बिजली उत्पादन से सीईएल हर साल करीब 40 लाख रुपये की बचत कर रहा है यानी पार्क के साथ मुनाफा भी
सोलर एनर्जी का पहला थीम पार्क
CEL की लगातार सोलर एनर्जी को भारत में नए मुकाम पर ले जाने की कोशिश कर रहा है. यहां देशभर के युवाओं को सोलर पैनल बनाने की ट्रेनिंग भी दी जाती है. इसके अलावा इस पार्क को उन युवाओं को दिखा कर ये समझाया जाता है कि ये ही नई भविष्य की एक नींव है जिसको जल्द से जल्द हमको अपनाना होगा.