देश में बढ़ते हुए कोरोना के मामलों के बीच एक अच्छी खबर सामने आई है. अब COVID-19 का नया टेस्ट हर तरह के वैरिएंट की जांच करने में सक्षम है. अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक रैपिड कोविड-19 टेस्ट बनाया है जो महज कुछ ही घंटों में SARS-CoV के सभी प्रकारों का पता लगा सकता है. इस टेस्ट को Covarscan नाम दिया गया है.
कोरोना के निदान के अन्य तरीकों की तरह ही सटीक है CoVarScan
अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास साउथवेस्टर्स मेडिकल सेंटर रिसर्चर्स ने 4000 से अधिक मरीजों से इकट्ठा किए गए नमूनों पर टेस्ट किया. क्लिनिकल केमिस्ट्री जर्नल में हाल ही में प्रकाशित शोध से पता चलता है कि यह परीक्षण उतना ही सटीक है जितना कि COVID-19 के निदान के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले अन्य तरीके. ये टेस्ट किट SARS-CoV-2 के सभी मौजूदा वैरिएंट्स के बीच अंतर कर सकता है. वैज्ञानिकों का मानना है कि कोरोना के मामले कम करने में CoVarScan एक गेम-चेंजिंग रोल निभा सकता है.
CoVarScan को 2021 में बनाया गया था
CoVarScan में 96% संवेदनशीलता और 99% विशिष्टता है. इसे पिछले साल बनाया गया है. इसने कोरोना के डेल्टा, म्यू, लैम्ब्डा और ओमिक्रॉन वेरिएंट की पहचान की और उनमें अंतर किया, जिसमें ओमीक्रोन BA.2 वेरिएंट भी शामिल है. फिलहाल कोरोना के किसी भी वैरिएंट्स की पहचान करने के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग की जाती है. नए टेस्ट किट का इस्तेमाल करके यह पता लगाया जा सकता है कि लोगों में कौन से वैरिएंट हैं और क्या कोई नया वैरिएंट उभर रहा है.
बीते 24 घंटे में आए इतने मामले
भारत में सोमवार को कोरोना के 16,135 नए केस सामने आए हैं और 24 मरीजों की मौत हो गई है. एक्टिव मामले बढ़कर अब 1,13,864 हैं और अब तक कुल 5,25,223 लोगों की मौत हो गई है. नए केस में 33 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. देश के छह राज्यों केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और दिल्ली में कोरोना के सबसे ज्यादा केस सामने आ रहे हैं.