scorecardresearch

कोविड पाबंदियों ने जिम मालिकों को अधर में छोड़ा, अब सरकार से राहत की मांग

एसोसिएशन का कहना है कि अब उनके पास किराए और बिजली पानी तक के पैसे हैं नहीं बचे है. इसके अलावा कर्मचारियों को वेतन देने के लिए फंड भी नहीं है. दिल्ली जिम एसोसिएशन के उपाध्यक्ष चिराग सेठी का कहना है कि इम्यूनिटी बढ़ाने वाले कारोबार को बंद करने को कहा जाता है लेकिन दिल्ली में बार और पब खुले हैं.

जिन कारोबारी सरकार से कर रहे राहत की मांग जिन कारोबारी सरकार से कर रहे राहत की मांग
हाइलाइट्स
  • लॉकडाउन से हो रहा जिम कारोबारियों को नुकसान

  • जिन कर्मचारियों को नहीं मिल पा रहा वेतन

  • जिम को न मानें कोरोना का अड्डा

कोविड-19 बढ़ती महामारी के बीच सरकार ने फिर से कई पाबंदियां लगा दी हैं. रेस्टो बार और सैलून को आर्थिक क्षमता पर खोलने की अनुमति दे दी गई है, लेकिन व्यायामशालाओं को बंद कर दिया गया है, जिसके चलते जिम मालिक अधर में हैं.

लॉकडाउन से हो रहा जिम कारोबारियों को नुकसान
दिल्ली जिम एसोसिएशन अब फिटनेस उद्योग से जुड़े 1 लाख लोगों की दुर्दशा की ओर सरकार का ध्यान लाने की कोशिश कर रहा है, जो दिवालिया होने की कगार पर हैं. इंडस्ट्री किसी तरह 2 लॉकडाउन से बची है,  लेकिन यह लॉकडाउन फिटनेस इंडस्ट्री की नींव तोड़ रहा है. दिल्ली जिम एसोसिएशन के मुताबिक पिछले लॉकडाउन में कई व्यायामशालाओं के मालिकों पैसे डूब गए तो कुछ लोगों ने गाड़ी और गहने बेचकर गुजारा किया. 
 
जिन कर्मचारियों को नहीं मिल पा रहा वेतन
एसोसिएशन का कहना है कि अब उनके पास किराए और बिजली पानी तक के पैसे हैं नहीं बचे है. इसके अलावा कर्मचारियों को वेतन देने के लिए फंड भी नहीं है. दिल्ली जिम एसोसिएशन के उपाध्यक्ष चिराग सेठी का कहना है कि इम्यूनिटी बढ़ाने वाले कारोबार को बंद करने को कहा जाता है लेकिन दिल्ली में बार और पब खुले हैं. उनका कहना है कि या तो सरकार हमारी मांगें सुने या हमें भी हमारे जिम से शराब बेचने की अनुमति दे, क्योंकि यही एकमात्र पेशा है जहां कोरोना का कोई प्रभाव नहीं है और इस पर कोई प्रतिबंध नहीं है.

जिम को न मानें कोरोना का अड्डा
दिल्ली जिम एसोसिएशन की दलील है कि जिम को 0.5% सकारात्मकता दर पर बंद करने के लिए कहा जाता है, लेकिन रेस्तरां बार और सैलून खुले हैं. जहां लोग बिना मास्क के बंद जगह पर बैठते हैं. हमें समझ में नहीं आता कि जिम को कोरोना का बढ़ोत्तरी स्थल क्यों माना जाता है, जबकि दुनिया भर के किसी भी जिम में कोरोना वायरस के प्रकोप का कोई मामला नहीं पाया जाता है.

दिल्ली जिम एसोसिएशन की सरकार से गुहार
अब व्यायामशाला मालिकों ने दिल्ली सरकार और दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी से गुहार लगाई है कि वह या तो जिम खोलने की अनुमति दें या जिम वालों की कुछ आर्थिक मदद करें. जिम एसोसिएशन की मांग है कि हमारे किराए की पूरी छूट मिले, दिल्ली सरकार को हमारे किराए का ध्यान रखना चाहिए. अगले 6 महीने के लिए बिजली और पानी के फिक्स चार्ज में पूरी छूट मिलनी चाहिए. जिम के कर्मचारियों के लिए कुछ वित्तीय मदद जो उन्हें इस महामारी से बचने में मदद कर सके.

जिन मालिकों को वित्तीय पैकेज दे सरकार
व्यायाम शालाओं के मालिकों ने सरकार से मांग की है कि इस लॉकडाउन में, हम उन जिम मालिकों के लिए एक वित्तीय पैकेज चाहते हैं जो अपना सब कुछ खोने के कगार पर हैं और दिवालिया हो गए हैं. हमने दिल्ली को स्वस्थ बनाया है, अब यह सरकार की जिम्मेदारी है कि हम इस लॉकडाउन से बचाने में मदद करें.