चंद्रशेखर वेंकट रमन भारत और दुनिया के महान भौतिकविदों में से एक थे. उन्होंने साल 1930 में भौतिकी के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार जीता था. उनका सबसे बड़ा योगदान "रमन प्रभाव" के नाम से जानी जाने वाली खोज है. 7 नवंबर, 1888 को जन्मे रमन ने अपने जीवनकाल में बहुत सी उपलब्धियां हासिल कीं.
उनका मानना था कि विज्ञान की पढ़ाई मातृभाषा में होनी चाहिए ताकि सभी लोग इसमें भाग ले सकें. इसके अलावा वह हमेशा लोगों को हौसले और साहस से आगे बढ़ने की प्रेरणा देते थे.
उनके बारे में जानिए कुछ महत्वपूर्ण बातें:
1. चेन्नई में जन्मे, उन्होंने 16 साल की उम्र में मद्रास विश्वविद्यालय के प्रेसीडेंसी कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की, जहां उन्होंने परीक्षा में टॉप किया.
2. 1929 में रॉयल सोसाइटी के अध्यक्षीय भाषण में, अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने 'रमन प्रभाव' का उल्लेख किया. उन्हें 'नाइट बैचलर पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इसके अलावा, उन्हें 'फेलो ऑफ द रॉयल सोसाइटी' की उपाधि से भी सम्मानित किया गया था.
3. रमन भारतीय विज्ञान संस्थान (IIS) के पहले भारतीय निदेशक थे. 1933 में यह एक ऐतिहासिक क्षण था क्योंकि औपनिवेशिक काल के दौरान, रमन से पहले IIS के सभी निदेशक ब्रिटिश थे.
4. 1947 में नवनियुक्त स्वतंत्र भारत द्वारा रमन को भारत के पहले राष्ट्रीय प्रोफेसर के रूप में भी नियुक्त किया गया था.
5. इस नोबेल पुरस्कार विजेता ने भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भी जीता. उन्हें 1954 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था.
6. भारत में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28 फरवरी को मनाया जाता है, जिस दिन उन्होंने 1928 में रमन प्रभाव की खोज की थी.
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