दक्षिण पश्चिम और उससे सटे दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में गहरे दबाव से बना चक्रवाती तूफान 'मैंडूस' (Mandous) उत्तरी तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों की ओर बढ़ रहा है. इसकी वजह से इन राज्यों में भारी बारिश, तेज गर्जन और आंधी की आशंका जताई जा रही है. खतरे की आशंका के मद्देनजर एनडीआरएफ, नेवी और अन्य संस्थाओं को तैयार रहने के लिए कहा गया है. 'मैंडूस' तूफान का नाम संयुक्त अरब अमीरात की ओर से दिया गया है. हिंदी में इसका अर्थ 'खजाना' है.
तमिलनाडु के 12 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
तमिलनाडु के तटीय इलाकों में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने के आसार हैं. मौसम विभाग ने तमिलनाडु में 8 दिसंबर के लिए 13 जिलों में रेड अलर्ट और 9 दिसंबर के लिए 12 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
चक्रवात कैसे बनता है?
गर्म इलाके के समुद्र में मौसम की गर्मी से हवा गर्म होकर अत्यंत कम वायु दाब का क्षेत्र बनाती है. हवा गर्म होकर तेजी से ऊपर आती है और ऊपर की नमी से मिलकर संघनन से बादल बनाती है. इस वजह से बने खाली जगह को भरने के लिए नम हवा तेजी से नीचे जाकर ऊपर आती है, जब हवा बहुत तेजी से उस क्षेत्र के चारों तरफ घूमती है तो घने बादलों और बिजली के साथ मूसलाधार बारिश करती है.एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात एक तीव्र निम्न दबाव क्षेत्र या उष्णकटिबंधीय या उप-उष्णकटिबंधीय पानी के ऊपर के वातावरण में एक चक्कर है. इसकी अधिकतम गति 30 से 300 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है. यह एक गोलाकार पथ में चक्कर लगाती हुई राशि होती है. इसकी गति अत्यंत तेज होती है. दक्षिणी गोलार्द्ध में इसे चक्रवात तथा पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में विली-विली, उत्तरी गोलार्द्ध में हरीकेन या टाइफून व मैक्सिको की खाड़ी में टारनेडो कहते हैं.
चक्रवात की श्रेणियां और गति
श्रेणी 1 90 से 125 किलोमीटर प्रति घंटा
श्रेणी 2 125 से 164 किलोमीटर प्रति घंटा
श्रेणी 3 165 से 224 किलोमीटर प्रति घंटा
श्रेणी 4 225 से 279 किलोमीटर प्रति घंटा
श्रेणी 5 280 और उससे अधिक किलोमीटर प्रति घंटा
साइक्लोन से ऐसे करें बचाव
घरों की मरम्मत करवाएं.
कांच की खिड़कियों पर लगाने के लिए लकड़ी के बोर्ड तैयार रखें.
रेडियो से जुड़े रहें ताकि आपको सारी खबरें मिलती रहे.
ज्वलनशील पदार्थों को हिफाजत से रखें ताकि तेज हवा चलने पर वह भयंकर रूप न ले ले.
फ्लैशलाइट, लालटेन, कुछ सूखे सेल अपने पास रखें.
यदि आप मछुआरे हैं और आप समुद्र के पास रहते हैं तो आप अपना निवास स्थान तुरंत बदल दें.
पेड़ पौधों तथा बिजली के तारों के नीचे आसपास नहीं रहे.
पशुओं को उचित शेड में रखें.
किसी भी प्रकार की अफवाह से बचें.