मौसम में होने वाले परिवर्तनों के बारे में समय-समय पर मौसम विभाग चेतावनी देता रहता है. अब एक बार फिर से भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने एक आने वाले तूफान ‘मोचा’ को लेकर चेतावनी दी है. IMD ने तेजी से आ रहे चक्रवाती तूफान मोचा के मद्देनजर एक एडवाइजरी जारी की है, जिसके मुताबिक 7 और 8 मई के बाद ये तूफान और तेज हो सकता है. जिसकी वजह से बड़े स्तर पर नुकसान पहुंच सकता है.
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की सलाह
यही वजह है कि मछुआरों को 7 मई से बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी से दूर रहने के लिए कहा है. साथ ही समुद्र से दूर रहने के अलावा, छोटे जहाजों, नावों और ट्रॉलरों को भी कहा गया है कि जो भी वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में हैं, वे सुरक्षित स्थानों पर लौट जाएं. मौसम विभाग के अनुसार, मोचा चक्रवात का असर पूर्वी भारत से लेकर बांग्लादेश और म्यांमार तक रह सकता है. 5 मई तक मोचा दक्षिण बंगाल की खाड़ी के ऊपर आ सकता है. जिसके बाद ये और भी ज्यादा तीव्र हो जाएगा. एक्सपर्ट्स का मानना है कि साल 2022 में आए चक्रवात ‘असानी’ जैसा ही ये चक्रवात भी हो सकता है.
कैसे बन रहा है चक्रवात?
आईएमडी ने यह भी बताया है कि चक्रवात कैसे बन रहा है और बंगाल की खाड़ी के ऊपर इसकी क्या गति होने की संभावना है. इसमें कहा गया है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद चक्रवाती तूफान के बारे में और जानकारी दी जाएगी. आईएमडी ने कहा, “6 मई 2023 के आसपास बंगाल की दक्षिण पूर्व खाड़ी के ऊपर एक चक्रवात विकसित होने की संभावना है. इसके प्रभाव में 7 मई के आसपास उसी क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. 8 मई को दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक दबाव के रूप में मोचा केंद्रित हो सकता है. इसलिए, यह बंगाल की मध्य खाड़ी की ओर लगभग उत्तर की ओर बढ़ते हुए एक चक्रवाती तूफान में तेज होने की संभावना है.
आसपास के क्षेत्रों में रहेगी स्थिति खराब
आईएमडी ने भविष्यवाणी करते हुए कहा है कि 7 मई को इस क्षेत्र में हवाएं 40 से 50 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएंगी और 60 किमी प्रति घंटे तक भी जा सकती हैं. बंगाल की खाड़ी से सटे क्षेत्रों में तूफान का असर रहेगा. 7 और 8 मई के आसपास हवा की गति 50-60 KMPH से बढ़कर दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और आसपास के क्षेत्रों में लगभग 70 KMPH होने की उम्मीद है. इन क्षेत्रों में इन दिनों समुद्र में स्थिति खराब रहेगी.
कैसे दिया गया इस चक्रवात का नाम मोचा?
चक्रवात का नाम कथित तौर पर 'मोचा' रखा गया है. एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, क्षेत्रीय विशिष्ट मौसम विज्ञान केंद्र (RSMCs) और उष्णकटिबंधीय चक्रवात चेतावनी केंद्र (TCWCs) उन चक्रवातों को नाम देते हैं जो दुनिया भर के किसी भी महासागर बेसिन में बनते हैं. IMD दुनिया भर में कुल छह RSMC में से एक सदस्य है, जो बंगाल की खाड़ी और अरब सागर सहित उत्तर हिंद महासागर में विकसित होने वाले चक्रवातों का नाम देता है. एक चक्रवात को एक विशिष्ट नाम तब दिया जाता है जब उसकी गति 34 समुद्री मील प्रति घंटे से अधिक होती है.