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रक्षा मंत्रालय का बड़ा फैसला, एक्सपेरिमेंट नहीं... अब वायुसेना में परमानेंट होंगी महिला फाइटर पायलट

गणतंत्र दिवस परेड में पहली महिला राफेल फाइटर जेट पायलट शिवांगी सिंह IAF की झांकी पर नजर आई थीं. वहीं, पिछले साल फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ IAF की झांकी का हिस्सा बनने वाली पहली महिला फाइटर पायलट थीं.

अब वायुसेना में परमानेंट होंगी महिला फाइटर पायलट अब वायुसेना में परमानेंट होंगी महिला फाइटर पायलट
हाइलाइट्स
  • अब वायुसेना में परमानेंट होंगी महिला फाइटर पायलट

गणतंत्र दिवस परेड में पहली महिला राफेल फाइटर जेट पायलट शिवांगी सिंह IAF की झांकी पर नजर आई थीं. वहीं, पिछले साल फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ IAF की झांकी का हिस्सा बनने वाली पहली महिला फाइटर पायलट थीं. 

रक्षा मंत्रालय ने अहम कदम उठाते हुए भारतीय वायुसेना (IAF) में महिला लड़ाकू पायलटों को शामिल करने की प्रायोगिक योजना को स्थायी योजना में बदलने का फैसला किया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि यह फैसला भारत की नारी शक्ति की क्षमता और महिला सशक्तिकरण के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता का प्रमाण है.

राजनाथ सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायु सेना में महिला लड़ाकू पायलटों की भर्ती के लिए शुरू की गई प्रायोगिक योजना को स्थायी करने का फैसला लिया है. सुप्रीम कोर्ट की ओर से प्रतिष्ठित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में महिलाओं के प्रवेश का मार्ग प्रशस्त करने के महीनों बाद यह फैसला आया है. 

IAF की झांकी में दिखीं थी राफेल की इकलौती महिला फाइटर

हाल ही में गणतंत्र दिवस परेड में पहली महिला राफेल फाइटर जेट पायलट शिवांगी सिंह IAF की झांकी पर नजर आई थीं. पिछले साल, फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ IAF की झांकी का हिस्सा बनने वाली पहली महिला फाइटर पायलट बनी थीं. 

इन फाइटर जेट को उड़ा रहीं 16 महिला फाइटर पायलट 
 

महिला लड़ाकू पायलटों को शामिल करने के लिए प्रायोगिक योजना 2016 में शुरू की गई थी. शुरू में, तीन महिला लड़ाकू पायलट पहले बैच का हिस्सा थीं, लेकिन बाद में इस संख्या में वृद्धि हुई. अब 16 महिला फाइटर पायलट हैं जो राफेल, Su30 MKI और MiG 21 बाइसन जैसे फाइटर जेट उड़ा रही हैं. 

वहीं, भारतीय वायु सेना में लड़ाकू पायलटों के रूप में शामिल होने के साथ सशस्त्र बलों में लड़ाकू भूमिकाएं जो केवल एक पुरुष डोमेन थीं, अब महिलाओं के लिए खोली गई हैं. सेना ने अपनी विमानन शाखा भी महिलाओं के लिए खोली है और नौसेना में युद्धपोतों पर महिला अधिकारी हैं.

पांच महिलाओं को कर्नल के पद पर पदोन्नत किया 

इसके अलावा भारतीय सेना ने पिछले साल 26 साल की सेवा पूरी करने वाली पांच महिलाओं को कर्नल के पद पर पदोन्नत किया था. यह पहली बार था जब महिला अधिकारी आर्मी मेडिकल कॉर्प्स (एएमसी), जज एडवोकेट जनरल (जेएजी) और आर्मी एजुकेशन कॉर्प्स (एईसी) जैसी शाखाओं के बाहर कर्नल के पद पर पहुंची थीं. 

असम राइफल्स में सैनिकों के रूप में हो रही महिलाओं की भर्ती 

वहीं, असम राइफल्स और सैन्य पुलिस कोर में महिलाओं को भी सैनिकों के रूप में लिया जा रहा है. अब महिलाएं राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में कैडेट भी हो सकती हैं. फरवरी 2020 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से भारतीय सेना ने 577 महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन दिया है.

(अभिषेक भल्ला की रिपोर्ट)

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