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आखिर कब तक साफ होगी दिल्ली की हवा, जानें विशेषज्ञों की राय

आईएमडी ने संभावना जताई है कि 21 नवंबर से 23 नवंबर तक दिल्ली और आसपास की हवा की गति काफी अच्छी रहने की वजह से प्रदूषण स्तर में गिरावट आ सकती है. इस दौरान वायु की गुणवत्ता में सुधार देखने को मिल सकता है.

Delhi Air Pollution Delhi Air Pollution
हाइलाइट्स
  • 23 नवंबर तक दिख सकती है प्रदूषण स्तर में गिरावट

  • ट्रकों के प्रवेश पर भी लगाई गई हैं पाबंदियां 

  • 1000 प्राइवेट सीएनजी बसों को किराये पर लेने का लिया है निर्णय

दिल्ली में वायु की गुणवत्ता में अभी तक सुधार नहीं आया है. दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) अभी भी 350 से ऊपर बना हुआ है. बढ़ते हुए प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए CAQM (कमीशन फॉर एयर क्वालिटी) द्वारा 16 नवंबर की देर राज लगाए गए पाबंदियों की समय सीमा भी आज खत्म हो रही थी. इस पर आज शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को अगले आदेश तक सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है. नोटिस में बताया गया है कि सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त, गैर सरकारी, NDMC, MCD, बिना सहायता प्राप्त मान्यता प्राप्त और दिल्ली छावनी बोर्ड के स्कूल अगले आदेश तक बंद रहेंगे. लेकिन इस दौरान ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी.

23 नवंबर तक दिख सकती है प्रदूषण स्तर में गिरावट

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बहुत हद तक बढ़ गया है और इस वजह से लोगों को कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच मौसम विभाग, आईएमडी ने संभावना जताई है कि 21 नवंबर से 23 नवंबर तक दिल्ली और आसपास की हवा की गति काफी अच्छी रहने की वजह से प्रदूषण स्तर में गिरावट आ सकती है. इस दौरान वायु की गुणवत्ता में सुधार देखने को मिल सकता है. हालांकि आईएमडी ने यह भी आशंका जताई है कि 23 नवंबर की शाम से हवाओं की गति कम होने की उम्मीद है और ऐसे में प्रदूषण स्तर में फिर से वृद्धि हो सकती  है.

ट्रकों के प्रवेश पर भी लगाई गई हैं पाबंदियां 

दिल्‍ली में बाहरी राज्‍यों से प्रवेश करने वाले ट्रकों को लेकर भी पाबंदियां लगाई गई थीं. इससे पहले,  वायु प्रदूषण संकट से निपटने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा की सरकारों के लिए कई निर्देश जारी किए थे. आयोग ने 30 नवंबर तक के लिए दिल्ली के 300 किमी के दायरे में स्थित 11 थर्मल पावर प्लांटों में से केवल पांच को ही चालू रखने के निर्देश दिए गए थे. 

1000 प्राइवेट सीएनजी बसों को किराये पर लेने का लिया है निर्णय

दिल्ली में वाहनों से होने वाले प्रदूषण से छुटकारा पाने के लिए सरकार यहां सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना चाह रही  है. इसके लिए 1000 प्राइवेट सीएनजी बसों को किराये पर लेने का निर्णय भी लिया है. सूत्रों के अनुसार स्कूलों की तरह  वर्क फ्रॉर्म होम और निर्माण कार्य पर रोक के आदेश को आगे बढ़ाने के लिए भी विचार-विमर्श किया जा सकता है. लेकिन बाहरी राज्यों से ट्रकों की एंट्री को आगे बढ़ाने पर भी संशय है क्योंकि दिल्ली की सप्लाई को लंबे समय तक नहीं रोका जा सकता.