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दिल्ली एयरपोर्ट पर बनेगा देश का पहला मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब, जानिए कितना आसान हो जाएगा सफर

राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (डीआईएएल), भारत का पहला मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब विकसित करने के लिए तैयार है. देश में अपनी तरह का पहला हब, एयरोसिटी के पास बस, मेट्रो और हवाई सेवाओं को एकीकृत करेगा.

Delhi Airport Delhi Airport

इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा एयरोसिटी के पास अपनी तरह का पहला मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब स्थापित करने की योजना बना रहा है. यह हवाईअड्डे पर पहुंचने से पहले ही यात्रियों को बेहतर यात्री अनुभव प्रदान करने के लॉन्ग-टर्म मकसद का हिस्सा है. इसे एयरपोर्ट के पास एयरपोर्ट संचालन कंपनी जीएमआर बनाएगी. इसके बनने से यात्रियों के लिए एयरपोर्ट से हवाई जहाज और मेट्रो के अलावा बस की सुविधा भी उपलब्ध होगी.

एयरोसिटी में एयरपोर्ट मल्टी-मॉडल अंतरराज्यीय परिवहन केंद्र में एक अंतरराज्यीय बस टर्मिनस, दिल्ली मेट्रो की फेज IV लाइन, प्रस्तावित रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम स्टेशन और प्रस्तावित यात्री परिवहन केंद्र शामिल होंगे. इसके अलावा यहां पर ऑटोमेटेड पैसेंजर मूवर, आरआरटीएस और पैसेंजर ट्रांसपोर्ट सेंटर बनने का भी प्रस्ताव है.

एयरपोर्ट पर ही बस अड्डा
DIAL के अनुसार आईजीआई एयरपोर्ट से विदेश सफर करने के लिए दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाण, राजस्थान, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से यात्री आते हैं. इनमें से बड़ी संख्या में यात्री बस से अलग-अलग बस अड्डों पर आते हैं फिर बस-मेट्रो में सवार होकर एयरपोर्ट पहुंचते हैं. इसकी बड़ी वजह दिल्ली एयरपोर्ट पर बसों के खड़े होने की सुविधा न होना है. अब इन यात्रियों की सहूलियत के लिए एयरपोर्ट पर ही बस अड्डा तैयार किया जा रहा है. इसमें एक साथ 50 बसें खड़ी हो पाएंगी. दिल्ली परिवहन विभाग से सलाह के बाद इसे विकसित किया जाएगा.

मेट्रो लाइन भी पहुंचेगी
डायल के अनुसार, अभी एयरोसिटी में मेट्रो एक्सप्रेस लाइन का स्टेशन है. डीएमआरसी द्वारा चौथे फेज में सिल्वर लाइन मेट्रो बनाई जा रही है. यह लाइन तुगलकाबाद से एयरोसिटी जाएगी. इस लाइन एयरोसिटी पहुंचने से नई दिल्ली के साथ दक्षिण दिल्ली भी एयरपोर्ट मेट्रो से जुड़ जाएगी.

डीआईएएल के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार ने कहा, “भारत का पहला मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब, जो बस, मेट्रो और हवाई सेवाओं को एकीकृत करेगा एक परिवर्तनकारी परियोजना है जो बस यात्रियों के लिए उन्नत सुविधाएं प्रदान करके यात्री सुविधा को फिर से परिभाषित करती है. बस उपयोगकर्ताओं और उनकी जरूरतों को प्राथमिकता देकर, डायल वास्तव में एक समावेशी परिवहन इकोसिस्टम बना रहा है.

...और क्या होंगी सुविधाएं
आईएसबीटी, जो लगभग 50 बसों का प्रबंधन कर सकता है, को एक उपयुक्त मॉडल के माध्यम से चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाएगा, जिसका निर्णय वास्तुशिल्प डिजाइनों को अंतिम रूप देने के बाद किया जाएगा. इसमें हवाईअड्डे से मेल खाने वाली यात्री सुविधाएं होंगी, जिनमें खुदरा, खाद्य और पेय आउटलेट, इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग, ट्रांजिट सुविधाएं, आरामदायक प्रतीक्षा क्षेत्र, प्रतीक्षा हॉल, व्यापार केंद्र, इंटरनेट या वाई-फाई सेवाएं जैसी सर्वोत्तम संभव उपयोगकर्ता सुविधाएं शामिल हैं. विभिन्न राज्यों से आने वाले यात्री बस अड्डे पर उतरकर ऑटोमेटेड पैसेंजर मूवर या मेट्रो में बैठकर एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे.

वर्तमान में, हवाई अड्डे पर उतरने के बाद, कई यात्री या तो कश्मीरी गेट और आनंद विहार में आईएसबीटी पर पकड़ी जाने वाली बस या ट्रेन से विभिन्न पड़ोसी राज्यों में अपने-अपने गंतव्यों जाने के लिए आगे बढ़ते हैं.