आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. दिल्ली विधानसभा के सत्र के दौरान एक बार फिर जमकर हंगामा देखने को मिला. बीजेपी विधायकों ने अब दिल्ली जल बोर्ड मामले ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने दिल्ली विधानसभा सदन में मुद्दा उठाया, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया. हंगामे के बाद सभी विधायकों को मार्शल आउट कर दिया गया.
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने उठाए सवाल
सदन से मार्शल आउट होने के बाद भाजपा विधायकों ने विधानसभा परिसर में मौजूद गांधी मूर्ति के नीचे जमकर नारेबाजी की और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दिल्ली जल बोर्ड मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा भी विधानसभा पहुंचे और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा जल बोर्ड का घोटाला शराब घोटाले से भी बड़ा घोटाला है, जिसकी जांच से आम आदमी पार्टी बचना चाह रही है.
दिल्ली जल बोर्ड घोटाले में बीजेपी (BJP) का आरोप है कि 10 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को 2 कैटेगरी में बांटा गया पहली कैटेगरी में केवल अपग्रेडेशन होना था. दूसरी कैटेगरी में क्षमता बढ़ाने का ठेका दिया गया. इसी में सारा खेल कर दिया गया. जिसकी जांच होनी चाइए और उसी जांच से आम आदमी पार्टी भाग रही है.
आप ने उठाए सवाल
भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के विधानसभा परिसर में मौजूद रहनकर प्रदर्शन करने और इस दौरान मीडिया में बयान जारी करने पर आम आदमी पार्टी ने आपत्ति जताते हुए. AAP विधायक संजीव झा ने बयान जारी करते हुए कहा ' बड़ा ही हास्यास्पद पद है. मुझे अभी जानकारी मिली है कि दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली विधानसभा में आकर राजनीति कर रहे हैं. इस बात की उचित अथॉरिटी को शिकायत की जाएगी विधानसभा राजनीति का अड्डा नहीं है. यहां चुने हुए सदस्य आम लोगों के मुद्दों को उठाते हैं. अगर भाजपा दिल्ली विधानसभा परिसर को, राजनीति का अखाडा बनाएगी तों बर्दास्त नहीं किया जाएगा.' दिल्ली विधानसभा परिसर में कोई भी राजनीतिक व्यक्ति न प्रोटेस्ट कर सकता है, न कोई मीडिया में बयान दे सकता है'
'विधानसभा परिसर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष न सिर्फ प्रोटेस्ट कर रहे थे बल्कि मीडिया को बाइट दे रहे थे. आखिर भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष किसके साइन से अंदर आए? कैसे प्रोटेस्ट किया, कैसे मीडिया बाइट दी? ये विधानसभा सदन के प्रिवलेज का हनन है, लिखित शिकायत दे रहा हूं. सदन के प्रिवलेज के हनन पर कार्रवाई की जाए.'
-सुशांत मेहरा की रिपोर्ट