दिल्ली में हुई बारिश से प्रदूषण के स्तर में कमी आई है. हवा की गुणवत्ता बेहतर हुई है और आसमान साफ दिखने लगा है. लेकिन दिन खुलने और गर्मी बढ़ने के साथ ही प्रदूषण का लेवल बढ़ना भी तय है. अच्छी बात ये है कि दिल्ली सरकार की इस पर नजर है. प्रदूषण को काबू में करने के लिए सरकार का समर एक्शन प्लान तैयार है. प्लान के तहत कुछ तात्कालिक कदम उठाए जाएंगे और कुछ दीर्घकालीन कदम उठाए जाएंगे. इसमें 30 सरकारी विभाग शामिल हैं.
प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार ने बनाया प्लान
इसके तहत डस्ट प्रदूषण से निपटने के लिए मशीनों से सड़कों की सफाई की जाएगी और पानी का छिड़काव किया जाएगा. डस्ट प्रदूषण रोकने के लिए 84 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीनें लगाई जाएंगी. पानी के छिड़काव के लिए 609 स्प्रिंकलर और 185 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन लगाई जा रही हैं. दिल्ली के 13 हॉट स्पॉट पर 24 घंटे रियल टाइम स्टडी होगी.
ओपन बर्निग रोकने के लिए टीमों की तैनात की जाएगी. दिन में खुले में कूड़ा जलाने से रोकने के लिए 220 पेट्रोलिंग टीम बनाई गई हैं. इसी तरह रात के लिए 176 टीमें बनाई गई हैं. इंडस्ट्रियल एरिया में अवैध कूड़ा फेंकने से रोकने के लिए टीम तैनात की जाएंगीं. दिल्ली में 52 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है.. ट्री प्लांटेशन पॉलिसी के लिए स्पेशल टीम का गठन किया जा रहा है. लोगों को अर्बन फार्मिंग की ट्रेनिंग दी जाएगी. अर्बन फार्मिंग के लिए 400 कार्यशाला आयोजित की जाएगी. ई वेस्ट के लिए भी पार्क बनाया जा रहा है. MCD के साथ मिलकर पार्कों को डेवलप किया जाएगा.
जानकारों का कहना है कि अगर समर एक्शन प्लान के तहत ठीक से काम हुआ तो इसका असर ना सिर्फ इस गर्मी में बल्कि आने वाली सर्दी में भी दिख सकता है और दिल्ली के लोगों को प्रदूषण से राहत मिल सकती है.