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दिल्ली के अस्पतालों में अभी 90 प्रतिशत बेड्स खाली, स्वास्थ्य मंत्री बोले- अभी अलार्मिंग स्थिति नहीं

सत्येंद्र जैन ने कहा, "कोरोना हर जगह फैल रहा है तो हेल्थकेयर वर्कर्स में भी फैलेगा ही. ज्यादातर हेल्थकेयर वर्कर्स होम आइसोलेशन में हैं. अभी अलार्मिंग स्थिति नहीं है. दिल्ली में लाखों की संख्या में हेल्थकेयर वर्कर्स हैं और दिल्ली सरकार पूरी तरह तैयार है."

सत्येंद्र जैन (फाइल फोटो) सत्येंद्र जैन (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
  • दिल्ली में रोजाना 1 लाख टेस्ट किए जा रहे हैं.

  • सत्येंद्र जैन ने कहा कि अब 15 हजार से ज्यादा मामले आ रहे हैं तो जीनोम सिक्वेंसिंग नहीं कराई जा सकती.

देश भर में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है. भारत में कल एक दिन में 1,41,986 नए कोविड केस सामने आए. वहीं दिल्ली में 24 घंटे के भीतर कोरोना वायरस के 17335 नए मामले सामने आए हैं. जिसके बाद अब संक्रमण दर 17.73 प्रतिशत पर पहुंच गई है. वहीं, सक्रिय मामले बढ़कर 39873 हो गए हैं. हालात को देखते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में 10 प्रतिशत बेड्स ही भरे हुए हैं और 90 प्रतिशत बेड्स खाली हैं.  

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि फिलहाल 40 हजार एक्टिव केस हैं जबकिं पिछली लहर में जब 40 हजार एक्टिव केस थे तब अस्पतालों में 7 गुना ज्यादा मरीज भर्ती हुआ करते थे. लेकिन इस बार गंभीर मरीज कम हैं. उन्होंने कहा कि हल्के लक्षण हैं तो होम आइसोलेशन में ही इलाज कराएं. सत्येंद्र जैन ने कहा कि आज दिल्ली में 20 हजार के आसपास मामले आएंगे और संक्रमण दर कल से एक या दो प्रतिशत ज्यादा दर्ज होगी. 

हेल्थकेयर वर्कर्स में भी फैलेगा कोरोना

सत्येंद्र जैन ने कहा, "कोरोना हर जगह फैल रहा है तो हेल्थकेयर वर्कर्स में भी फैलेगा ही. ज्यादातर हेल्थकेयर वर्कर्स होम आइसोलेशन में हैं. अभी अलार्मिंग स्थिति नहीं है. दिल्ली में लाखों की संख्या में हेल्थकेयर वर्कर्स हैं और दिल्ली सरकार पूरी तरह तैयार है." उन्होंने कहा, "हेल्थ असिस्टेंट भी तैयार हैं, उनकी ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है. उन्हें जरूरत पड़ने पर डिप्लॉय किया जाएगा. बेसिक पेशेंट केयर के लिए नर्सिंग असिस्टेंट के तौर पर ड्यूटी लगाई जाएगी."

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पिछली डेल्टा लहर और आज की लहर में बहुत बड़ा फर्क है.  पिछली लहर में जब 17 हजार मामले आए थे तब ढाई हजार मरीज अस्पताल में भर्ती हुए थे. अभी 17 हजार मामले आए हैं तो 200 से 300 मरीज ही अस्पताल में भर्ती हुए हैं. उन्होंने बताया कि अभी अस्पतालों में ऐसे मरीज ज्यादा हैं जो दूसरी बीमारी का इलाज कराने अस्पताल पहुंचे तो कोरोना के संपर्क में आए हैं. 

दिल्ली में रोजाना 1 लाख टेस्ट किए जा रहे

सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में रोजाना 1 लाख टेस्ट किए जा रहे हैं. दिल्ली ने देश में सबसे पहले बहुत सारी पाबंदियां लगाई हैं. पिछले 3 दिन से लोगों के बर्ताव में सुधार देखने मिल रहा है. 100 प्रतिशत लोग मास्क लगा रहे हैं. उन्होंने कहा, "लॉकडाउन का दूसरा रूप है फेस को लॉक करना यानी फेस पर मास्क पहनना. अगर 100 प्रतिशत लोग घर से बाहर निकलते समय मास्क पहन लें तो लॉकडाउन से भी ज्यादा फायदा होगा." 
 
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि पिछली लहर में जब दिल्ली में 17 हजार मामले आए थे तब 200 से ज्यादा मौत हो रहीं थी, लेकिन आज 9 मौत के मामले ही दर्ज हुए हैं. इन 9 लोगों में सबसे ज़्यादा मौत उनकी हुई है जिन्हें पहले से कोई गंभीर बीमारी थी. इन्हें वैक्सीन लगी थी या नही इसके आंकलन ऐसे करना होगा कि दिल्ली में 100 प्रतिशत लोगों को पहला डोज और 75 प्रतिशत लोगों को दोनों डोज लग चुके हैं. 

30-31 दिसंबर की रिपोर्ट में 81 प्रतिशत लोगों में ओमिक्रॉन पाया गया

उन्होंने कहा कि पहले 200 मामले रोज दर्ज हो रहे थे, तब सभी मामलों की जीनोम सिक्वेंसिंग हो रही थी. अब 15 हजार से ज्यादा मामले आ रहे हैं तो जीनोम सिक्वेंसिंग नहीं कराई जा सकती है. पहले जीनोम सिक्वेंसिंग कराने का मकसद यही था कि ओमिक्रॉन है या नहीं. अब तो पता चल चुका है कि दिल्ली में ओमिक्रॉन आ गया है. 30 और 31 दिसंबर की रिपोर्ट में 81 प्रतिशत लोगों में ओमिक्रॉन पाया गया था.  अब तक दिल्ली में ओमिक्रॉन की वजह से कोई मौत नहीं हुई है. सत्येंद्र जैन ने कहा, "भगवान से प्रार्थना करते हैं कि जल्द से जल्द पीक आए और नंबर नीचे जाना शुरू हो. भगवान से प्रार्थना करते हैं कि अधिकतम 2 से 4 दिन में खत्म हो जाए."

(पंकज जैन की रिपोर्ट)