पानी के मुद्दे पर एक महिला की मौत के बाद सियासत भी तेज हो गई है. आम आदमी पार्टी और बीजेपी एक दूसरे पर वार पलटवार कर रहे हैं. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का आरोप है कि डीजेबी ने पिछले 9 सालों में लोगों को लूटा है. सीएम ने खुद इसे संभाला है, इसके बावजूद, संकट है.
जनसंख्या अनुपात में 1.5-2 करोड़ की वृद्धि हुई है लेकिन केवल 5 एमजीडी पानी की क्षमता बढ़ाई गई है. पलटवार करते हुए दिल्ली जल बोर्ड के वाइस प्रेसिडेंट सोमनाथ भारती ने कहा कि 8 साल की मशक्कत के बाद 11 मई 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दिल्ली सरकार का मतलब दिल्ली का मुख्यमंत्री होता है और दिल्ली सरकार के सारे अधिकारी उसके अधीन होने चाहिए. सिर्फ आठ दिन बाद ही 19 मई 2023 को जब सुप्रीम कोर्ट गर्मी के दिनों में बंद हो रहा था तभी भाजपा नए अध्यादेश लेकर आई कि अधिकारी हमारे अधीन होंगे. जल बोर्ड के सीईओ अब LG को रिपोर्ट कर रहे हैं मंत्री को नहीं.
मालवीय नगर से विधायक और दिल्ली जल बोर्ड के वाईस प्रेजिडेंट सोमनाथ भारती ने आरोप लगाया कि भाजपा के लोग इस मिशन में लगे हुए हैं कि दिल्लीवासियों को तकलीफ होगी तो मुसीबत आम आदमी पार्टी की बढ़ेगी. जबकि हम दिल्ली की जनता के लिए समर्पित हैं.
LG पर ये प्रोजेक्ट रोकने का आरोप
सोमनाथ भारती कहते हैं, वॉटर ऑग्मेंटेशन के कई प्रोजेक्ट को रोकने का काम LG ने किया है. दिल्ली को करीब 1200 MGD पानी चाहिए लेकिन 900 के करीब ही आ रहा है. कुछ अमोनिया की मुसीबत है. पानी की कमी को दूर करने के लिए जो अमोनिया ट्रीटमेंट प्लांट लाया गया वो LG ने रुकवा दिया. जनता का नुकसान करके भाजपा को क्या फायदा मिलता है. सोमनाथ का दावा है कि इस बार 7 लोकसभा सीटों पर जनता भाजपा को हराएगी.
ये किये हैं इंतजाम
दिल्ली के लोगों के लिए ट्यूबवेल लगाए गए हैं. एसटीपी का ट्रीटेड पानी को तीन बार ट्रीट कर पीने लायक बना रहे हैं. वॉटर टैंकर की तैनाती की जा रही है.
दिल्ली जल बोर्ड का प्यास बुझाने का शार्ट टर्म प्लान
फरवरी 2023 में शॉर्ट टर्म प्लान के तहत 229 नए ट्यूबवेल बढ़ाए गए जिनकी कैपेसिटी 50 एमजीडी है. 6 आर्टिफिशियल लेक, प्लांट से जोड़ी गई जो 45 MGD पानी की क्षमता को बढ़ा सकती हैं. तीन रिसायकल वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट हैदरपुर चंद्रावल और बवाना में हैं, जोकि पानी की सप्लाई को 23 एमजीडी बढ़ा सकते हैं.
आंकड़ों मे कितनी प्यासी दिल्ली
दिल्ली शहर की 1290 MGD पानी की डिमांड है लेकिन 990 MGD पानी ही मिल पाता है. 10 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट मिलकर करीब 864 MGD पानी ही पैदा कर पाते हैं. 4800 ट्यूबवेल सिर्फ 126 MGD पानी पैदा कर पाते हैं. बाकी बचा हुआ 1240 टैंकरों से पूरा किया जाता है. 105 एमजीडी की कैपेसिटी वाला नया वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट जो की चंद्रावल में है. द्वारका में 50 एमजीडी पैदा करने वाला वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लेकिन दोनों की शुरू होने में अभी देरी है.
-राम किंकर सिंह की रिपोर्ट