आम आदमी पार्टी शासित दिल्ली नगर निगम में तीसरे मेयर के चुनाव को लेकर संकट के बादल गहराते जा रहे हैं. मेयर और Dupty मेयर के चुनाव को लेकर बैठक का एजेंडा पार्षदों के बीच वितरित किया जा चुका है लेकिन इस आशंका के साथ कि बैठक तभी होगी जब Presiding officer की नियुक्ति और इलेक्शन कमिशन आफ इंडिया से चुनाव करवाने की परमिशन मिल जाती है.
साफ है यही दो वजहें हैं जिससे मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव टलने के आसार लग रहे हैं. मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव के लिए मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लगा हुआ है जिसके कारण चुनाव आयोग की अनुमति जरूरी हो जाती है.
मेयर चुनाव के लिए चुनाव आयोग की परमिशन का इंतजार
26 अप्रैल को मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होना है. मेयर के तौर पर हमने इसके लिए नॉटिफ़िकेशन जारी कर दिया. उसके बाद निगम सचिव की तरफ से हमने चुनाव आयोग को अनुमति के लिए पत्र भी भेजा है. एक फाइल उपराज्यपाल को भी भेजी गई है. सामान्य दिनों में निगम या मेयर, डिप्टी मेयर के चुनाव में चुनाव आयोग का कोई रोल नहीं होता है. लेकिन चूंकि अभी लोकसभा के चुनाव चल रहे हैं और मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट लगा हुआ है. इसलिए चुनाव आयोग की अनुमति जरूरी है. इसलिए हम चुनाव आयोग की परमिशन का इंतज़ार कर रहे हैं.
दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा कि कल शाम तक चुनाव आयोग की अनुमति का इंतजार करेंगे. 24 अप्रैल की शाम तक अगर चुनाव आयोग का कोई जवाब नहीं आता है, तो फिर उपराज्यपाल को म्युनिसिपल सेक्रेटरी द्वारा अलग से एक नोट लिखा जाएगा.
अभी तक नहीं हो पायी प्रिसाइडिंग अधिकारी की नियुक्ति
निगम को उपराज्यपाल की भी अनुमति का इंतज़ार है, क्योंकि प्रिसाइडिंग अधिकारी की नियुक्ति उपराज्यपाल द्वारा ही की जाती है. हालांकि पिछला मेयर ही नए मेयर का चुनाव कराता है, लेकिन इसके लिए उपराज्यपाल की अनुमति ज़रूरी होती है. निगम को लगता है की चुनाव आयोग और उपराज्यपाल की मंज़ूरी जल्द से जल्द मिलेगी और 26 अप्रैल को मेयर-डिप्टी मेयर का चुनाव होगा.
आप का दावा कभी भी हो चुनाव मेयर हमारा
निगम में बहुमत आम आदमी पार्टी के पास है, लगातार दो बार आम आदमी पार्टी का मेयर बना है. INDIA गठबंधन के अन्तर्गत कांग्रेस ने समर्थन की घोषणा की है. दिल्ली की मेयर शैली ओबरॉय का दावा है कि हमने अनुमति के लिए चुनाव आयोग को पत्र भेजा है.
राम किंकर सिंह की रिपोर्ट