पिछले काफी समय से दिल्ली में नगर निगम के चुनावों को लेकर बहस छिड़ी हुई थी. लेकिन अब आखिरकार दिल्ली नगर निगम के चुनाव होने जा रहे हैं. इस चुनाव के लिए बीजेपी, आप और कांग्रेस, तीनों ही पार्टियों ने अपनी ताकत झोंक दी है. 4 दिसंबर को 250 वार्डों में निगम चुनाव के लिए मतदान होंगे.
दिल्ली का नगर निगम चुनाव बहुत ही ज्यादा अहम है. आपको बता दें कि दिल्ली लगभग 2 करोड़ लोगों का घर है. और आप किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में रहें, आपका जीवन अपने यहां के नगर निगम के कामों से सीधा प्रभावित होता है. क्योंकि नगर निगम बहुत से जरूरी कामों के लिए जिम्मेदार होता है.
यह सब काम करता है नगर निगम
अक्सर लोगों को लगता है कि नगर निगम के चुनावों को लेकर इतना बवाल क्यों होता है? ऐसा क्या खास है. लेकिन हम आपको बता दें कि नगर निगम के चुनाव बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. क्योंकि नगर निगम जन्म से लेकर मृत्यू तक के कामों में काम आता है.
बात दिल्ली के नगर निगम की करें तो यह तोकल मार्केट, सामुदायिक सेवाएं, स्कूल, पार्कों का रखरखाव, और शवों का दाह संस्कार तक, सभी काम निगम करता है. दिल्ली में नगर निगम के 9 बड़े अस्पताल हैं और 15 प्रसूतिघर, 11 पॉलीक्लिनिक, 50 औषधालय और 98 मां व बच्चे के लिए देखभाल केंद्र हैं.
इसके अलावा, नगर निगम के 35 प्रमुख विभागों मे शहर के लोगों की ज्यादातर समस्याओं का हल होता है. इन कामों में शामिल हैं-
मतदान करना है जरूरी
नगर निगम के कामों की लिस्ट देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि नगर निगम हमारे दैनिक जीवन को प्रभावित करता है. इसलिए बहुत ज्यादा जरूरी है कि सही व्यक्ति आपके क्षेत्र में पार्षद बने. इसलिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप सब मतदान करें. आपको बता दें कि निगम का सालाना बजट करीब ₹15,200 करोड़ है. इसके तहत 1,50,000 कर्मचारी काम करते हैं. इसलिए मतदान करना बहुत जरूरी है.