दिवाली के बाद से ही देश की राजधानी दिल्ली की हवा जहरीली बनी हुई है. लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है. दिल्ली के अक्षरधाम क्षेत्र में प्रदूषण इतना है की आम दिनों में 1० फीट दूरी से साफ साफ नजर आने वाला अक्षरधाम मंदिर प्रदूषण के सफेद धुएं से ढंक गया है. इस क्षेत्र का वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) भी 450 के पार है जो यह दर्शाता है कि इस क्षेत्र की एयर क्वालिटी बेहद घटिया और खराब है.
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे दिल्ली की वायु गुणवत्ता 402 दर्ज किए जाने के साथ ही एक बार फिर यह ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई. अधिकारियों ने कहा कि गुरुवार को दिल्ली-एनसीआर में धुंध की एक परत छा गई और मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण वायु की गुणवत्ता गंभीर में श्रेणी में पहुंच गई. इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे और सफदरजंग हवाईअड्डे पर दृश्यता का स्तर घटकर 600-800 मीटर रह गया. दिल्ली में गुरुवार को 12.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जोकि इस मौसम का सबसे कम तापमान है.
दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI 372 था
ग्रीन थिंक टैंक सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (CSE) ने कहा कि दिल्ली में स्मॉग के ये हालात पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी है. सुबह 10 बजे, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 407 दर्ज किया गया. राजधानी के 39 वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों में से 33 में वायु प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में दर्ज किया. बुधवार को दिल्ली का 24 घंटे का औसत एक्यूआई 372 था. गाजियाबाद (454), ग्रेटर नोएडा (404) और नोएडा (426) में भी सुबह 10 बजे वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई. दरअसल, AQI शून्य और 50 के बीच 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है.
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