Delhi Zoo: दिल्ली सहित पूरे उत्तर भारत में सर्दी बढ़ती जा रही है. अधिक ठंड से न सिर्फ व्यक्तियों को बल्कि पशु-पक्षियों को भी परेशानी होती है. ऐसे में दिल्ली के चिड़ियाघर में विशेष इंतजाम किया गया ताकि यहां के जानवरों को ठंड न लगे. इन उपायों के चलते चिड़ियाघर में वन्य जीवों को सुरक्षित और आरामदायक माहौल प्रदान किया जा रहा है.
शेर-बाघ के बाड़े में विशेष इंतजाम
चिड़ियाघर प्रशासन ने जानवरों के बाड़ों में आयल हीटर लगाए हैं. इससे बाघ, शेर और चीता जैसे बड़े जानवरों के बाड़ों में तापमान नियंत्रित रहता है. यह व्यवस्था उन्हें कड़ाके की ठंड से बचाती है और उनके प्राकृतिक आवास जैसा महसूस कराती है.
आहार में पौष्टिक तत्वों को किया गया है शामिल
ठंड के मौसम में मांसाहारी जानवरों की खुराक बढ़ जाती है. इसके कारण शेर, बाघ और चीता को अब पहले से अधिक मीट खाने के लिए दिया जा रहा है. भालुओं को उबले अंडे और शकरकंद जैसी चीजें खाने के लिए दी जा रहीं हैं. अन्य जानवरों की डाइट में भी बदलाव किया गया है. उनके आहार में पौष्टिक तत्वों का समावेश किया गया है ताकि उनकी इम्यूनिटी मजबूत बनी रहे. शाकाहारी जानवरों के लिए मिलेट्स और मेवा की व्यवस्था की गई है.
लगाए गए हैं बोरी के टार्ट
छोटे पक्षियों के लिए उनके बाड़ों में बोरी के टार्ट लगाए गए हैं, ताकि वे सर्द हवाओं से सुरक्षित रह सकें. रेंगने वाले जीव-जंतुओं जैसे कोबरा और छिपकलियों के लिए पराली का विशेष इंतजाम किया गया है, जो उन्हें तापमान में अचानक बदलाव के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है.
गर्भवती जीवों पर विशेष ध्यान
संगाई हिरण सर्दियों में बच्चों को जन्म देते हैं, इस कारण गर्भवती संगाई को नर से अलग रखा जा रहा है. गर्भवती जानवरों को नर से अलग रखने की व्यवस्था है. इसके साथ ही सर्दी के मौसम में बूढ़े जानवर और बच्चों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
डाइट और बाड़ों की व्यवस्था में बदलाव
चिड़ियाघर अधिकारी बताते हैं, हमने जानवरों की खास जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उनकी डाइट और बाड़ों की व्यवस्था में बदलाव किया है. हमारा उद्देश्य है कि ये सभी जानवर ठंड में भी स्वस्थ और सुरक्षित रहें. इन खास तैयारियों के साथ दिल्ली चिड़ियाघर ने यह साबित किया है कि सर्दियों में वन्य जीवों का संरक्षण और देखभाल अत्यंत महत्वपूर्ण है. इस प्रकार के उपाय चिड़ियाघर के वन्य जीवों के प्रति समर्पण और संरक्षण की भावना को उजागर करता है.