scorecardresearch

विश्व विख्यात मरु महोत्सव का हुआ आगाज, चार दिन तक जैसलमेर में रहेगी रंगारंग कार्यक्रमों की धूम

पोखरण में मरु महोत्सव के शुभारंभ के अवसर पर समूचे शहर में उत्साह पसरा रहा. रास्ते भर व्यवसायियों, विभिन्न समाजों और संस्थाओं के साथ-साथ शहरवासियों ने रंगोली बनाकर फूलों की बारिश की और शोभायात्रा का स्वागत किया.

मरु महोत्सव का आगाज (फोटो क्रेडिट- राजस्थान टूरिज्म) मरु महोत्सव का आगाज (फोटो क्रेडिट- राजस्थान टूरिज्म)
हाइलाइट्स
  • पोखरण में शुरू हुआ मरु महोत्सव.

  • बीएसएफ ने लगायी हथियारों की प्रदर्शनी.

राजस्थान अपनी कला-संस्कृति, खूबसूरत गहनों और रंग -बिरंगे कपड़ों के लिए दुनियाभर में विख्यात है. यहां दाल-बाटी और चूरमा के साथ-साथ अगर कोई चीज लोगों को अपनी ओर खींचती है वो है वहां के रेतीले रेगिस्तान. देश-दुनिया में विख्यात राजस्थान का मरु महोत्सव रविवार को उल्लास से शुरू हुआ. चार दिवसीय महोत्सव का आगाज परमाणु नगरी पोखरण से हुआ. जैसलमेरके मशहूर पोखरण शहर में रविवार को शुरू हुए इस उत्सव में भव्य शोभायात्रा, लोक लहरियों की गूंज, विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं और उत्सवी रंग-रसों ने खासा समा बांधते हुए मरु संस्कृति की खासियतों और परंपराओं से लोगों को रूबरू कराया. 

रंगारंग कार्यक्रमों का हुआ आयोजन 

 मरु मेले की विधिवत शुरुआत 14 फरवरी को जैसलमेर के पूनम स्टेडियम में होगी. पर आज रविवार को पोखरण में मरु महोत्सव के शुभारंभ के अवसर पर समूचे शहर में उत्साह पसरा रहा. रास्ते भर व्यवसायियों, विभिन्न समाजों और संस्थाओं के साथ-साथ शहरवासियों ने रंगोली बनाकर फूलों की बारिश की और शोभायात्रा का स्वागत किया. शोभायात्रा में बैंड की सुमधुर धुनों और लोकवाद्यों की स्वर लहरियों पर कलाकारों के कई समूहों ने आकर्षक लोक नृत्य पेश किया और मरु भूमि और राजस्थान की लोक लहरियों का परिचय दिया. शोभायात्रा में सजे-धजे ऊंटों पर सवार बीएसएफ के जांबाजों, बीएसएफ महिला टुकड़ी, बालिकाओं और महिलाओं की मंगल कलश यात्रा और झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं. रास्ते में नाच-गान करते हुए कलाकारों के समूहों ने कालबेलिया, अश्व, कच्छी घोड़ी, गैर लोक नृत्यों की धूम मचा दी. 

 मरु महोत्सव का आगाज (फोटो क्रेडिट- राजस्थान टूरिज्म)
मरु महोत्सव का आगाज (फोटो क्रेडिट- राजस्थान टूरिज्म)

निकिता राठौड़ बनीं मिस पोखरण

कैबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद ने गणेश प्रतिमा के आगे दीप प्रज्वलन के बाद गोल्डन बैलून आसमान में उड़ा कर चार दिवसीय महोत्सव का शुभारंभ किया. इस दौरान कई कार्यक्रम आयोजित हुए. मरु महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम में हुई मिस पोखरण प्रतियोगिता को लेकर बालिकाओं में गजब का उत्साह देखने को मिला. प्रतियोगिता में 20 बालिकाओं ने हिस्सा लिया. पारंपरिक वेशभूषा में सजी-धजी बालिकाओं का सभी ने उत्साहवर्धन किया. मिस पोखरण प्रतियोगिता में निकिता राठौड़ मिस पोखरण चुनी गई. मिस पोखरण को लेकर बालिकाओं का उत्साह देखते हुए बनता था. कन्या कॉलेज पोखरण की खुशी गौड ने दिव्यांग होते हुए भी इस प्रतियोगिता में भाग लिया. 

भरत बोहरा ने मिस्टर पोखरण का खिताब पाया

वहीं पुरुषों के लिए 'मिस्टर पोखरण' प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें 5 प्रतिस्पर्धियों ने हिस्सा लिया. जिसमें भरत बोहरा ने मिस्टर पोखरण का खिताब पाया. हालांकि दोनो प्रतियोगिताओं में निर्णय को लेकर विवाद हुआ तथा खासकर मिस पोखरण को लेकर प्रतिभागियों ने अपना विरोध भी प्रदर्शित किया. कार्यक्रम में साफा बांधो प्रतियोगिता, रस्सा कस्सी, महंदी प्रतियोगिता, मटका दौड़ और कई कार्यक्रम आयोजित हुए. कार्यक्रम का समापन पद्मश्री अनवर खां एवं लंगा पार्टी के कलाकारों की सामूहिक प्रस्तुतियों के साथ हुआ. 

बीएसएफ ने लगायी हथियारों की प्रदर्शनी 

समारोह परिसर में प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. जिसमें बीएसएफ द्वारा भी स्टॉल लगाई गई थी. बीएसएफ की हथियारों की प्रदर्शनी को देखने के लिए युवाओं में काफी उत्साह देखा गया. बीएसएफ ने देश की प्रथम पंक्ति पर सुरक्षा में लगे सैनिकों को मुहैया करवाए जाने वाले हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई थी. जिसमें 7.66 एमएम गन, असाल्ट रायफल, एक्स-95, इन्सास, एलएमजी, 84 एमएम जीआरएल, बैरिस्टा, सहित अन्य हथियारों का प्रदर्शन किया गया था. इसके साथ ही पोखरण विकास संस्थान , उरमूल, ऊंटनी के दूध, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, हस्तशिल्प से संबंधित प्रदर्शनियां लगायी गयीं. 

(रिपोर्ट- विमल भाटिया)