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Crop Survey Location Problem Bihar: खेत बिहार में लोकेशन श्रीलंका में, कृषि विभाग के एप में दिखी अजीबो-गरीब गड़बड़ी, जानिए पूरा मामला

बिहार डिजिटल क्रॉप सर्वे (Digital Crop Survey) के दौरान एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. दरअसल, बिहार में मौजूद खेत की लोकेशन (Crop Survey Location Problem Bihar) मोबाइल एप में श्रीलंका में दिखाई देनी लगी. कृषि अधिकारी ने इस मामले की पुष्टि की है.

Crop Survey Location Problem Bihar (Photo Credit: Getty) Crop Survey Location Problem Bihar (Photo Credit: Getty)
हाइलाइट्स
  • कई राज्यों में हो रहा डिजिटल क्रॉप सर्वे

  • सरकार ने लॉन्च किया एप और पोर्टल

तकनीक कई सारे कामों को चुटकी भर में कर देती है. आज का जमाना भी तकनीक का है. सिर्फ आईटी कंपनी ही नहीं खेती-किसानी में भी टेक्नोलॉजी बड़े काम आता है. कुछ ही मिनटों में फसल की जानकारी मिल जाती है.

तकनीक खेती को आसान तो कर रही है लेकिन कई बार यही टेक्नॉलोजी परेशानी का सबब भी बन जाती है. दरअसल, लोगों के खेत तो भारत में हैं लेकिन मोबाइल एप में खेत श्रीलंका में दिखाई दे रहे हैं.

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, डेटा में आई गड़बड़ी की वजह से खेत की लोकेशन हिन्द महासागर में दिखाई दे रही है. ये मामला कहां का है और कैसे इसके बारे में पता चला? आइए इस बारे में जानते हैं.

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श्रीलंका में खेत की लोकेशन
डिजिटल कृषि मिशन के तहत पूरे देश में डिजिटल क्रॉप सर्व किया जा रहा है. इसी कड़ी में बिहार में भी ये सर्वे हो रहा है. बिहार के भोजपुर जिले के खेतों में लगी फसलों का ऑन द स्पॉट डिजिटल क्रॉप सर्वे किया जा रहा है. आरा में भी कुछ ऐसा ही सर्वे किया जा रहा था.

इसी दौरान कृषि विभाग के कर्मचारी आरा के पीरो ब्लॉक में आन द स्पॉट डिजिटल क्रॉप सर्वे किया गया. तब डीसीएस एप के जरिए पूरा सर्वे किया जा रहा था. एक खेत की लोकेशन एप में देखी गई तो सभी हैरान रह गए. बिहार के खेत की लोकेशन 2 हजार किमी. दूर श्रीलंका के पास हिन्द महासागर में दिखाई दे रही थी. 

एप में गड़बड़ी
कृषि विभाग के डीसीएस एप के डेटा में गड़बड़ी का सिर्फ एक मामला सामने नहीं आया है. इसी तरह जगदीशपुर ब्लॉक में कुछ जगहों पर खेत की लोकेशन हिन्द महासागर और श्रीलंका में देखने को मिली. दूसरे खेतों के सत्यापन में भी लोकेशन कहीं और की देखने को मिली.

जिला कृषि पदाधिकारी शत्रुघ्न साहू ने एप की गड़बड़ी वाले इस मामले की पुष्टि की है. कृषि पदाधिकारी ने बताया कि ये डाटा की त्रुटि है. इस गलती को सुधारने के लिए पटना मुख्यालय को आवेदन भेजा गया है. डेटा में सुधार होने के बाद उन जगहों पर दोबारा सर्वे किया जाएगा.

डिजिटल क्रॉप सर्वे क्या है?
डिजिटल कृषि मिशन के तहत पूरे देश में डिजिटल क्रॉप सर्वे किया जा रहा है. इस सर्व से पूरे देश की फसलों का डेटा जुटाया जा रहा है. इस काम को पूरा करने के लिए भारत सरकार ने मोबाइल एप और पोर्टल भी तैयार किया है. 

सर्वे के दौरान सभी कर्मचारी मोबाइल एप का इस्तेमाल करते हैं. डिजिटल क्रॉप सर्वे से जो भी डेटा मिलेगा, उसके आधार में सरकार को योजनाएं बनाने में मदद मिलेगी. इससे किसानों को काफी फायदे मिलेंगे.