दिल्ली के प्रगति मैगान में ड्रोन महोत्सव (Drone Mahotsav 2022) की शुरुआत हुई. इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत 2030 तक ड्रोन का हब बन जाएगा. आइए आपको इस ड्रोन महोत्सव के कुछ खास ड्रोन के बारे में बताते हैं.
पीएम की ख्वाहिश को पूरा करेगा ये ड्रोन
गुजरात से आए प्रदीप पटेल की कंपनी एग्रीकल्चर ड्रोन तैयार करती है. प्रदीप बताते हैं कि पीएम खुद इस ड्रोन को देखने आए थे. प्रदीप ने बताया कि पीएम की इच्छा है कि स्टोच्यू ऑफ यूनिटी की गैलरी से पहाड़ों पर सुंदर फूल दिखाई दें. स्टेच्यू ऑफ यूनिटी (Statue Of Unity) के आसपास जो पहाड़ी इलाका है वहां खास तरह के फूल उगाए जाएं. उन पहाड़ तक लोगों का पहुंचना मुश्किल है इसलिए ड्रोन के जरिए सीडिंग की जाएगी. इसके अलावा टिड्डे मारने में भी इस ड्रोन का इस्तेमाल किया जाता है. इस ड्रोन की खास बात ये है कि ये महज़ 5 मिनट में 1 एकड़ खेत में छिड़काव कर सकता है.
डिलवरी सर्विस में ड्रोन से होगी क्रांति
मेडिकल डिलवरी और ई कॉमर्स डिलवरी में ड्रोन की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होने वाली है. अभी जो ड्रोन मार्केट में हैं वो 3-5 किलो वजन ले जा पाता है. फिलहाल गुरुग्राम के विक्रम सिंह मीना इस तरह के ड्रोन तैयार कर रहे हैं जो ज्यादा वजन का सामान लेकर उड़ पाए. फिलहाल विक्रम के हल्के वजन वाले ड्रोन कई पहाड़ी इलाकों में काम कर रहे हैं. जो कि 100 किमी की दूरी तक 5 किलो सामान लेकर जा सकता है. लेकिन विक्रम का कहना है कि वो ऐसा ड्रोन तैयार कर रहे हैं जो 25 किलो तक का सामान ले जा सके.
एंटी ड्रोन सिस्टम से दुश्मन पर वार
अक्सर हम सुनते हैं कि पाकिस्तान से एक ड्रोन भारतीय सीमा में दाखिल हुआ. ऐसे में एक भारतीय कंपनी ने एंटी ड्रोन सिस्टम तैयार किया है जिसके जरिए दुश्मन के ड्रोन को ट्रैक करके न सिर्फ गिरा सकते हैं बल्कि उस पर गोलियां भी बरसा सकते हैं.
स्टार्टअप के लिए ढेरों अवसर
ड्रोन महोत्सव में पहुंचे अर्जुन ने ड्रोन इंडस्ट्री में स्टार्टअप शुरु किया है. अर्जुन की कंपनी में जापान की एक कंपनी ने इनवेस्ट भी किया है. अर्जुन का कहना है कि फिलहाल ड्रोन इंडस्ट्री का मार्केट एक हज़ार करोड़ का है जो कि साल के अंत तक 10 हज़ार करोड़ का हो सकता है. अर्जुन के मुताबिक सरकार ने एक ऐसा रोडमैप तैयार कर दिया है जिससे लोग आसानी से ड्रोन इंडस्टेरी में काम शुरु कर सकते हैं.