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Drone Mahotsav 2022: कमाल के हैं ये ड्रोन! कोई पहाड़ पर फूल उगाएगा तो कोई दुश्मन पर बरसाएगा गोलियां

Drone Mahotsav 2022: ड्रोन एक ऐसा मशीन जिसे फ्लाइंग रोबोट भी कहा जाता है. इसका इस्तेमाल खासकर वैसे जगहों पर किया जाता है जहां इंसानों का पहुंचना मुश्किल है या खतरों से भरा है. अब अलग-अलग क्षेत्रों में इसका इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है. ऐसे में आइए जानते हैं दिल्ली के प्रगति मैदान में लगे ड्रोन महोत्सव के बारे में और इस महोत्सव में आए अलग-अलग ड्रोन के बारे में.

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हाइलाइट्स
  • 2030 तक भारत बन जाएगा ड्रोन का हब: PM Modi

  • ड्रोन इंडस्ट्री का मार्केट तेजी से बढ़ रहा है

  • कमाल के हैं ये ड्रोन! कोई पहाड़ पर फूल उगाएगा तो कोई दुश्मन पर बरसाएगा गोलियां

दिल्ली के प्रगति मैगान में ड्रोन महोत्सव (Drone Mahotsav 2022) की शुरुआत हुई. इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत 2030 तक ड्रोन का हब बन जाएगा. आइए आपको इस ड्रोन महोत्सव के कुछ खास ड्रोन के बारे में बताते हैं.

पीएम की ख्वाहिश को पूरा करेगा ये ड्रोन

गुजरात से आए प्रदीप पटेल की कंपनी एग्रीकल्चर ड्रोन तैयार करती है. प्रदीप बताते हैं कि पीएम खुद इस ड्रोन को देखने आए थे. प्रदीप ने बताया कि पीएम की इच्छा है कि स्टोच्यू ऑफ यूनिटी की गैलरी से पहाड़ों पर सुंदर फूल दिखाई दें.  स्टेच्यू ऑफ यूनिटी (Statue Of Unity) के आसपास जो पहाड़ी इलाका है वहां खास तरह के फूल उगाए जाएं. उन पहाड़ तक लोगों का पहुंचना मुश्किल है इसलिए ड्रोन के जरिए सीडिंग की जाएगी. इसके अलावा टिड्डे मारने में भी इस ड्रोन का इस्तेमाल किया जाता है. इस ड्रोन की खास बात ये है कि ये महज़ 5 मिनट में 1 एकड़ खेत में छिड़काव कर सकता है.

डिलवरी सर्विस में ड्रोन से होगी क्रांति

मेडिकल डिलवरी और ई कॉमर्स डिलवरी में ड्रोन की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होने वाली है. अभी जो ड्रोन मार्केट में हैं वो 3-5 किलो वजन ले जा पाता है. फिलहाल गुरुग्राम के विक्रम सिंह मीना इस तरह के ड्रोन तैयार कर रहे हैं जो ज्यादा वजन का सामान लेकर उड़ पाए. फिलहाल विक्रम के हल्के वजन वाले ड्रोन कई पहाड़ी इलाकों में काम कर रहे हैं. जो कि 100 किमी की दूरी तक 5 किलो सामान लेकर जा सकता है. लेकिन विक्रम का कहना है कि वो ऐसा ड्रोन तैयार कर रहे हैं जो 25 किलो तक का सामान ले जा सके.

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एंटी ड्रोन सिस्टम से दुश्मन पर वार

अक्सर हम सुनते हैं कि पाकिस्तान से एक ड्रोन भारतीय सीमा में दाखिल हुआ. ऐसे में एक भारतीय कंपनी ने एंटी ड्रोन सिस्टम तैयार किया है जिसके जरिए दुश्मन के ड्रोन को ट्रैक करके न सिर्फ गिरा सकते हैं बल्कि उस पर गोलियां भी बरसा सकते हैं.

स्टार्टअप के लिए ढेरों अवसर

ड्रोन महोत्सव में पहुंचे अर्जुन ने ड्रोन इंडस्ट्री में स्टार्टअप शुरु किया है. अर्जुन की कंपनी में जापान की एक कंपनी ने इनवेस्ट भी किया है. अर्जुन का कहना है कि फिलहाल ड्रोन इंडस्ट्री का मार्केट एक हज़ार करोड़ का है जो कि साल के अंत तक 10 हज़ार करोड़ का हो सकता है. अर्जुन के मुताबिक सरकार ने एक ऐसा रोडमैप तैयार कर दिया है जिससे लोग आसानी से ड्रोन इंडस्टेरी में काम शुरु कर सकते हैं.