मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार अगले तीन से चार दिनों तक दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी चलेगी. इस दौरान बारिश होने की भी संभावना है. 23 मई 2023 के बाद तापमान में वृद्धि होगी. इस दौरान न्यूनतम तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी.
पूर्वोत्तर राज्यों के लिए चेतावनी जारी
मौसम विभाग ने पूर्वोत्तर राज्यों के लिए चेतावनी जारी की है. अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अगले पांच दिन भारी बारिश का अनुमान है. अरुणाचल प्रदेश में 19 और 20 मई तो अन्य राज्यों में 18 से 20 मई तक रोज बारिश का अनुमान है. असम और मेघालय में 18 और 19 मई को अत्यधिक भारी बारिश के आसार हैं.
यूपी में कैसा रहेगा मौसम
आईएमडी के पूर्वानुमानों को देखें तो ऐसा लग रहा है कि इस बार नौतपा नौ दिनों तक नहीं तपा पाएगा. उत्तर प्रदेश में 22 मई से बूंदाबांदी और बारिश का दौर शुरू हो रहा है, जिसके 26 मई तक जारी रहने के आसार हैं.
मॉनसून को लेकर अलग-अलग दावे
इस साल मॉनसून को लेकर अलग-अलग दावे हुए हैं. स्काईमेट वेदर ने कहा था कि इस साल सामान्य से कम बारिश होगी और सूखा पड़ने की आशंका है. उधर, भारतीय मौसम विभाग ने इसके ठीक उलट दावा किया है. मौसम विभाग का कहना है कि इस साल मॉनसून सामान्य रहेगा. आईएमडी ने ये भी कहा है कि इस साल देशभर में 83.7 मिलीमीटर बारिश होगी. विभाग ने कहा कि जुलाई के आसपास एल-नीनो कंडीशन रह सकती है, लेकिन मॉनसून के साथ एल-नीनो का सीधा संबंध नहीं रहेगा
एसएएससीओएफ ने व्यक्त की संभावना
साउथ एशियन सीजनल क्लाइमेट आउटलुक फोरम (एसएएससीओएफ) ने भारत में मॉनसून को लेकर एक संभावना जताई है. एसएएससीओएफ ने कहा है कि भारत की 18.6 प्रतिशत आबादी को इस वर्ष मॉनसून के दौरान सामान्य से कम बारिश और 12.7 प्रतिशत आबादी को सामान्य से अधिक बारिश का सामना करना पड़ सकता है. बीते सालों के डेटा का विश्लेषण करके और वर्तमान जलवायु स्थितियों की निगरानी लके बाद एसएएससीओएफ ने यह संभावना व्यक्त की है.
उत्तर भारत में सामान्य से कम बारिश की संभावना
एसएएससीओएफ के अनुसार उत्तर भारत में सामान्य से कम बारिश होने की 52 प्रतिशत संभावना है. वहीं, देश के मध्य भागों में सामान्य से कम वर्षा की 40 प्रतिशत संभावना है. एसएएससीओएफ ने भारत के दक्षिणी और पूर्वी भागों में मॉनसून के दौरान की वर्षा को लेकर भी संभावना जताई है. एसएएससीओएफ ने कहा है कि देश के इन भागों में सामान्य से अधिक बारिश होने का 50 प्रतिशत अनुमान है.