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Tejas Fighter Jet: अचूक निशाना, रडार की पकड़ से बाहर, ब्रह्मोस से लैस... Tejas Mk-1A Jets की बड़ी खेप खरीदने जा रहा एयरफोर्स

Tejas Mk-1A Jets: इंडियन एयरफोर्स को तेजस एलसीए मार्क 1ए के कुल 180 विमानों की जरूरत है. जिसमें से 83 विमानों को लेकर करार हो चुका है. जबकि एयरफोर्स 97 और तेजस फाइटर जेट चाहता है. ये फाइटर जेट मिग-21 की जगह लेंगे.

एयरफोर्स 97 तेजस एलसीए मार्क 1ए विमानों को खरीदने जा रहा है (Photo/Wikipedia) एयरफोर्स 97 तेजस एलसीए मार्क 1ए विमानों को खरीदने जा रहा है (Photo/Wikipedia)

इंडियन एयरफोर्स तेजी से आत्मनिर्भर हो रहा है. अब एयरफोर्स मेड इन इंडिया एलसीए मार्क 1ए विमान खरीदने पर विचार कर रहा है. एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा कि इस साल 97 अतिरिक्त तेजस विमानों को लेकर समझौते की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि इस सौदे की लागत करीब 1.15 लाख करोड़ रुपए होगी. फरवरी 2023 में रक्षा मंत्रालय ने एयरफोर्स के लिए 83 तेजस विमानों की खरीद के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ 48 हजार करोड़ रुपए का करार किया था.

एयरफोर्स को 180 फाइटर जेट्स की जरूरत-
इंडियन एयरफोर्स को 180 तेजस फाइटर जेट्स की जरूरत है. जिसमें से 83 तेजस विमानों को लेकर करार हो चुका है. जबकि एयरफोर्स 97 फाइटर जेट्स खरीदने की तैयारी कर रहा है. जिन 83 विमानों को लेकर करार हुआ है, उसकी डिलीवरी साल 2024 से 2028 के बीच होगी.

कैसा है तेजस फाइटर जेट-
तेजस फाइटर की लंबाई 43.4 फीट है. जबकि ऊंचाई 14.5 फीट और विंगस्पैन 26.11 फीट है. इस फाइटर जेट में 2458 किलोग्राम फ्यूल भरा जा सकता है. तेजस आवाज की गति से डेढ़ गुना तेजी से जा सकता है. इसकी अधिकतम स्पीड 1980 किलोग्राम प्रति घंटे है. इस घातक फाइटर की कुल रेंज 1850 किलोमीटर है. तेजस विमान अधिकतम 53 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. इस विमान में क्वाडरूप्लेक्स फ्लाई बाय वायर फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम है. जिससे पायलटों को इसे उड़ाने में आसानी होगी. इतना ही नहीं, तेजस का कॉकपिट ग्लास से बना है. जिससे पायलट आसानी से चारों तरफ देख सकते हैं.

खास है तेजस का अपग्रेडेड वर्जन-
मेड इन इंडिया एलसीए मार्क1ए फाइटर जेट पहले से इस्तेमाल हो रहे तेजस विमानों से अलग है. ये तेजस विमान का अपग्रेडेड वर्जन है. इसमें कई आधुनिक उपकरण लगे हैं. यह लंबी दूरी तक हवा से हवा में मार करने में सक्षम है. इसमें रडार वॉर्निंग रिसीवर, जैमर पॉड लगे हुए हैं. एलसीए मार्क 1ए फाइटर जेट क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस से लैस होगा. इस फाइटर विमान में हवा में फ्यूल भरने की क्षमता है. इसमें डिजिटल मैप जेनरेटर, स्मार्ट मल्टी-फंक्शन डिस्प्ले और एडवांस रेडियो अल्टीमीटर भी है. इसमें इस्तेमाल रडार की मदद से दुश्मनों को ट्रैक किया जा सकता है और अचूक निशाना लगाया जा सकता है.

तेजस का छोटा आकार है फायदेमंद-
तेजस फाइटर जेट का आकार काफी छोटा है. तेजस मार्क-1ए विमान अपनी श्रेणी का सबसे हल्का और सबसे छोटा सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है. छोटा आकार होने की वजह से दुश्मन के रडार की पकड़ में आने की आशंका नहीं के बराबर है. इसलिए इस विमानों से दुश्मनों पर हमला करना आसान हो जाएगा.

इन हथियारों का हो सकता है इसेमाल-
तेजस फाइटर जेट में 8 अलग-अलग हथियारों का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसमें हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें I-Derby, R-73 और Python लगाई जा सकती हैं. इसके अलावा एस-8 रॉकेट्स के पॉड्स लगाया जा सकता है. इसमें एंटी-शिप मिसाइल केएच-35 और केएच-59एमके लगाया गया है. इसके अलावा इसमें लेजर गाइडेड बम भी लगाए जा सकते हैं. आने वाले समय में तेजस में अस्त्र मार्क 1 और आर-77 लगाने की भी प्लानिंग है. तेजस में एंटी-रेडिएशन मिसाइल रूद्रम को भी लगाया जाएगा.

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