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यूपी की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की नई पहल! बहराइच में पिंक टॉयलेट की तर्ज पर महिलाओं को पिंक ई रिक्शा की सौगात

बहराइच की महिला डीएम ने महिला सशक्तिकरण के लिए जिले में निराश्रित महिलाओं को दिलाए पिंक ई रिक्शा.अब निराश्रित महिलाएं ई रिक्शा चलाकर अपना वा अपने परिवार का करेंगी भरण पोषण. इस रिक्शे में जीपीएस लोकेशन ट्रैकर के साथ पैनिक बटन होगा. मुसीबत के समय पैनिक बटन का इस्तेमाल करते ही पहुंचेगी पुलिस, जीपीएस से रिक्से के लोकेशन पलपल मिलेगी जानकारी.

Pink auto for Women in Bahraich Pink auto for Women in Bahraich

महिला सशक्तिकरण की दिशा में काफी आगे बढ़ चुके यूपी के बहराइच जिले की सड़कों पर अब पिंक ई रिक्शे लेकर फर्राटे भर्ती पिंक ड्रेस में महिलाएं नजर आएंगी. महिलाओं के लिए पूरी तरह आरक्षित इस पिंक ई रिक्शा में यूं तो कई सारी खूबियां हैं लेकिन सबसे विशेष बात है इसके संचालन की जिम्मेदारी, जो अब पूरी तरह महिलाओं के हाथ में होगी.

अब तक महिलाओं को पुरुष ड्राइवरों द्वारा चलाए जा रहे ई रिक्शा और आटो रिक्शा में बैठकर असुरक्षा के बीच सफर तय करना पड़ता था. लेकिन बहराइच में अब इन विशेष पिंक ई रिक्शा की ड्राइवर सीट पर पुरुष नहीं, महिला ड्राइवर नजर आएंगी. इस ई रिक्शे की पल-पल की निगरानी के लिए इसमें जीपीएस लोकेशन ट्रैकर लगाया गया है. ये ट्रैकर इसके लोकेशन की जानकारी मुहैया कराएगा और साथ ही किसी भी असुरक्षा की स्थिति से निपटने के लिए महिलाएं इसमें लगे पैनिक बटन को दबाकर तत्काल पुलिस को सूचना देकर मदद ले सकेंगी.

बीजेपी विधायक ने भी किया सफर
बहराइच की जिलाधिकारी मोनिका रानी ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक अभिनव प्रयोग करते हुए एक साथ कई निशाने साधे हैं. अब महिलाओं को कहीं आने जाने के लिए पुरुष ड्राइवरों के साथ असुरक्षा के बीच यात्रा नहीं करनी होगी. दूसरी ओर इन पिंक ई रिक्शों में महिलाओं के अलावा किसी पुरुष को यात्रा करने की इज्जत नहीं होगी.

बहराइच में बापू की जयंती 2 अक्टूबर के दिन कलेक्ट्रेट से पिंक ई रिक्शा संचालन के पहले चरण की शुरुआत करते हुए डीएम ने जिले में महिला सशक्तिकरण का ऐसा रोल मॉडल विकसित किया है जो आने वाले दिनों में अभावग्रस्त, तलाकशुदा, निराश्रित महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में नई इबारत लिखेगा.

इस पूरे कार्यक्रम को पूरी तरह महिलाओं को समर्पित करने के लिए डीएम ने जिले की बीजेपी विधायक अनुपमा जयसवाल और बहराइच-श्रावस्ती से बीजेपी एमएलसी डॉक्टर प्रज्ञा त्रिपाठी को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया. प्रज्ञा त्रिपाठी ने इन महिलाओं को बैंक से मिले लोन के सांकेतिक चेक व ई रिक्शा की चाभी सौंपी. बीजेपी विधायक अनुपमा जयसवाल ने इन पांचों पिंक ई रिक्शों को हरी झंडी दिखाकर न केवल रवाना किया बल्कि डीएम मोनिका रानी व एमएलसी प्रज्ञा त्रिपाठी के साथ इन रिक्शों में बैठकर कुछ दूर सफर भी किया.

कैसे बनी पिंक रिक्शा संचालन योजना?
डीएम मोनिका रानी की मानें तो जन सुनवाई के दौरान उन्हें कई ऐसी महिलाओं के दर्द से गुजरना पड़ा जिसने उन्हें इस दिशा में सोचने के लिए मजबूर किया. जिसके बाद उन्होंने इस दिशा में काम करना शुरू किया. पूरी प्लानिंग के साथ उन्होंने नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) व जिले के लीड बैंक मैनेजर के सहयोग से पिंक महिला ड्राइवर संचालित पिंक ई रिक्शा सड़क पर उतारने की योजना बनाई. इस प्लानिंग में ई-रिक्शा की पूरी बागडोर उन निराश्रित अथवा तलाकशुदा महिलाओं को देने की योजना बनी जो हर तरह से कोई भी काम करने में सक्षम हैं और उन्हें सड़क पर ड्राइविंग भी करने में कोई परहेज नहीं है.

ऐसी महिलाओं की पहचान के लिए जिले में संचालित आगा खां फाउंडेशन को जिम्मेदारी सौंपी गई जिसने इन महिलाओं को मानसिक तौर से ऐसा करने के लिए तैयार किया. इन महिलाओं को परिवहन विभाग की देख रेख में ड्राइविंग के गुर सिखाते हुए ड्राइविंग लाइसेंस भी दिया गया. ई रिक्शा सुविधाजनक तरीके से इन महिला लाभार्थियों को मिल सके इसकी पूरी जिम्मेदारी जिले के एलडीएम ने उठाई जिसके बाद इन्हें आसानी से बैंक से लोन दिया गया. इन लाभार्थी महिलाओं को जिले के अग्रणी इंडियन बैंक ने 1,75,000 रुपए का कर्ज सिर्फ पांच प्रतिशत मार्जिन मनी जमा करने पर दे दिया है. इतना ही नहीं इस पूरे कर्ज के ब्याज में भी इन्हें काफी रियायत दी गई है. इस कर्ज में बैंक इनसे सिर्फ चार फीसदी ब्याज लेगा, बाकी ब्याज की रकम जिले का नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) बैंक में जमा करेगा.

पिंक टॉयलेट की तर्ज पर महिलाओं को पिंक ई रिक्शा
महिलाओं की प्राइवेट समस्याओं और सुरक्षा दृष्टिकोण से सरकार ने शहरी क्षेत्र व सरकारी प्रतिष्ठानों में पिंक टॉयलेट बनाकर महिलाओं को सहूलियत देने की कोशिश की है. उसी तर्ज पर जिलाधिकारी मोनिका रानी ने निराश्रित, तलाकशुदा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में अनूठी पहल करते हुए उन्हें पिंक ई रिक्शा की सौगात दी है. 

बहराइच में मुख्य पदों पर महिलाओं की बड़ी भागीदारी
महिला सशक्तिकरण की दिशा में बहराइच लगभग हर क्षेत्र में अव्वल बना हुआ है. जिले में बतौर डीएम मोनिका रानी, सीडीओ राम्या आर, सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर, एसडीएम सदर पूजा यादव समेत कई मुख्य पदों पर महिलाएं काम कर रही हैं तो दूसरी ओर जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी मंजू सिंह के पास है. इतना ही नहीं जिले के एमएलसी समेत आठ विधायकों में भी सत्ता पक्ष व विपक्ष की चार विधायक भी महिलाएं हैं. बीजेपी से जहां एमएलसी डाक्टर प्रज्ञा त्रिपाठी, सदर विधायक वा पूर्व मंत्री अनुपमा जयसवाल के साथ जिले की एक मात्र सुरक्षित सीट बलहा से विधायक सरोज सोनकर हैं तो विपक्षी समाजवादी पार्टी की मटेरा विधान सभा से मुस्लिम विधायक मारिया शाह चुनाव जीत कर विधान सभा पहुंची हैं. वहीं बीते नगर पालिका चुनाव में भी बहराइच नगर पालिका अध्यक्ष पद पर बीजेपी की सुधा टेकड़ीवाल का निर्वाचन हुआ है.

पिंक ई रिक्शा को लेकर क्या कहती हैं महिला डीएम वा विधायक ?
डीएम मोनिका रानी कहती हैं कि जनसुनवाई के दौरान कई महिलाओं ने उन्हें अपनी परेशानियों के बारे में बताया जिसके बाद सबके समन्वित प्रयास से पिंक रिक्शा की अवधारणा बनी जिसमें उनके निर्देश पर जिले की डूडा इकाई ने पूरी योजना बनाई एलडीएम के सहयोग से परेशान तलाकशुदा जीवन जी रही महिलाओं को रिक्शे के लिए आसानी से कर्ज दिलाया गया. आरटीओ के माध्यम से उन्हें ड्राइवर की ट्रेनिंग देकर इन्हे लाइसेंस दिलाए गए. इसके साथ अब तक महिलाओं को चलने में असुरक्षा का सामना करना पड़ता था क्योंकि ई रिक्शा चलाने वाले ड्राइवर पुरुष होते थे इसलिए महिलाओं की सुरक्षा के दृष्टिकोण से ई रिक्शा को चलाने की जिम्मेदारी महिलाओं को सौंपी गई है.

आने वाले समय में कई और महिलाएं इस दिशा में आगे आएंगी जो इस अवधारणा को तोड़ेंगी कि ई रिक्शा सिर्फ पुरुष चला सकते हैं. इस कार्यक्रम में सदर बीजेपी विधायक अनुपमा जयसवाल ने बताया कि पूरे उत्तर प्रदेश में डीएम बहराइच ने एक बेहतरीन शुरुआत की है जिसमें इन रिक्शों के संचालन की जिम्मेदारी ऐसी महिलाओं को सौंपी गई है जो किसी न किसी प्रकार से पीड़ित हैं. इस व्यवस्था की एक बेहतरीन खूबी यह है कि इन रिक्शों में महिलाएं ही बैठेंगी और इस  महिला ही चलाएगी जोकि एक अच्छी शुरुआत है.

क्या कहती हैं ई रिक्शा संचालक महिला लाभार्थी ?
अपने जीवन में कई सारी परेशानियां और मुसीबत झेल चुकी पिंक रिक्शा लाभार्थी मेघा व बिट्टी की आंखों में इस सौगात के बाद अब नई चमक साफ देखी जा सकती है. रिक्शे की ड्राइवर सीट पर बैठी ड्राइवर बिट्टी ने बताया कि वो जिले की लौकी गांव की रहने वाली है. उसके तीन बच्चे हैं. उसके पति नही हैं जिसके कारण वह बहुत परेशान रहती थी. घर का गुजर बसर अच्छे से नहीं हो पाता था. रिक्शा मिलने के बाद उसे आशा जगी है कि उसकी अब परेशानियां समाप्त हो जाएंगी. बिट्टी ने इस सौगात पर खुशी जाहिर करते हुए सरकार को धन्यवाद दिया है.

(बहराइच से राम बरन चौधरी की रिपोर्ट)

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