बिहार में भारत-नेपाल सीमा पर भारत सरकार की ओर से दोनों देशों को एक खास गिफ्ट दिया गया है. आने वाले दिनों में दोनों देशों के समावेशी विकास में यह मील का पत्थर साबित होगा. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भारत नेपाल सीमा पर फूड टेस्टिंग लेबोरेटरी का उद्घाटन किया. इस मौके पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के अलावा नेपाल के कृषि और पशु मंत्री महेंद्र राय यादव भी मौजूद थे.
इस लेबोरेटरी के उद्घाटन होने के बाद अब नेपाल से आने वाले खाद्य पदार्थों की जांच यहां हो सकेगी. पहले जांच के लिये सेंपल को कोलकाता या लखनऊ सेंपल भेजना पड़ता था. भारत से नेपाल भेजे जाने वाले खाद्य पदार्थों को भी यहां सर्टिफिकेट दिया जा सकता है. खाद्य पदार्थों की शुद्धता के लिये यहां जांच बेहद जरूर होती है. लेबोरेटरी बनने से दोनों देशों के खाद्य पदार्थों से जुड़े व्यापारियों के अलावा स्थानीय लोगों को भी लाभ मिलेगा.
लोगों का अनुभव सुन भावुक हो गए थे मांडविया
इस मौके पर मनसुख मांडविया ने कहा कि "मैं मानता हूं कि रक्सौल के लिए ये बड़ा दिन है. रक्सौल में उद्घाटित हुई ये फूड टेस्टिंग लेबोरेटरी आने वाले दिनों में रक्सौल क्षेत्र के लोगों के जीवन के बदलाव में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा. आज मैंने यहां लोगों के बीच आयुष्मान भारत के लाभार्थियों को कार्ड वितरित किया. जब मैं यहां के लोगों का अनुभव सुन रहा था. मैं मन से भावुक हो गया था. अगर गरीब की स्थिति अमीर समझ ले तो दुनिया में गरीबी नहीं टिकेगी".
केंद्रीय मंत्री ने केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि पीएम मोदी के संकल्प की वजह से आयुष्मान कार्ड से गरीब परिवार का इलाज हो रहा है. देश भर में हेल्थ एंड वेलनेश सेंटर खोला का रहा है, अभी तक एक लाख से ज्यादा सेंटर खुल गया है. उन्होंने कहा कि गरीबों की स्थिति को पीएम मोदी ने वेहतर समझा है और गरीबों के कल्याण के लिए योजना बना रहे हैं.
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