इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2023 में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दुनिया के कई अहम मुद्दों पर बात की. इस दौरान उन्होंने चीन के साथ रिश्तों पर भी अपनी बात रखी. विदेश मंत्री ने चीन के साथ संबंधों के लिए इस समय को चुनौतीपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि चीन की स्थिति बहुत ही नाजुक है और स्थिति बहुत ही चुनौतीपूर्ण है. आप समझौतों का उल्लंघन करके ये नहीं दिखा सकते हैं कि सब कुछ नार्मल है.
सीमा समझौता के उल्लंघन पर संबंध सामान्य नहीं-
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने साफ कर दिया है कि सीमा समझौते का उल्लंघन होने पर चीन के साथ सामान्य संबंध नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि चीन को कुछ क्षेत्रों में पेट्रोलिंग को लेकर सहमत होना होगा. हम लोगों ने 1970 में उन क्षेत्रों को चुना था, जहां हम पेट्रोलिंग नहीं करेंगे.
रूस-यूक्रेन युद्ध में पीएम मोदी की भूमिका पर बोले जयशंकर-
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस और यूक्रेन युद्ध को खत्म करवाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका पर कहा कि रूस-यूक्रेन मामले में भारत को जहां भी मौका मिलेगा, वहां मदद की पूरी कोशिश की जाएगी. लेकिन ये देखना होगा कि रूस और यूक्रेन बातचीत का रास्ता अपनाने के लिए तैयार हैं. विदेश मंत्री ने कहा कि असली दुनिया में भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है. जयशंकर ने कहा कि जब मैं न्यूयॉर्क में था, उस समय यूक्रेन के पीएम ने मुझसे मुलाकात की और न्यूक्लियर प्लांट को लेकर चर्चा की.
Speaking on ties with China EAM @DrSJaishankar said "This is a very challenging and abnormal phase."
— IndiaToday (@IndiaToday) March 18, 2023
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QUAD पर बोले एस जयशंकर-
जयशंकर ने कहा कि आज हमारे पास ऐसी सरकार है जो QUAD के लिए खड़ी हो सकती है. इसे संधि या गठबंधन के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए. QUAD को पुनर्जीवित होने में एक दशक का समय लग गया. उन्होंने कहा कि ये फैक्ट है कि ये अपने एजेंडे पर अच्छी तरह से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि ये लचीला और रचनात्मक है.
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