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Dhananjay Singh: एनकाउंटर के बाद मिला जिंदा, 43 केस, बिजनेसमैन की बेटी से पेरिस में शादी... धनंजय सिंह का जौनपुर से जेल तक का सफर

Dhananjay Singh Sentenced 7 Years: साल 2020 में नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल ने धनंजय सिंह के खिलाफ धमकी और अपहरण करने का मामला दर्ज कराया था. इस मामले में जौनपुर की MP-MLA कोर्ट ने पूर्व सांसद को 7 साल की सजा सुनाई है. इसके साथ ही 50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है.

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हाइलाइट्स
  • बाहुबली को सुनाई गई है 7 साल की सजा

  • अब चुनाव नहीं लड़ पाएगा धनंजय सिंह

उत्तर प्रदेश की जौनपुर सीट से पूर्व सांसद और बाहुबली धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) को धमकी और अपहरण के मामले में 7 साल की सजा हुई है. जौनपुर की एमपी/एमएलए कोर्ट ने बाहुबली पर 50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है. साल 2020 में नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल को धमकी और अपहरण के मामले में कोर्ट ने सजा सुनाई है. अब धनंजय सिंह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ सकेंगे. कोर्ट ने बाहुबली के साथी संतोष विक्रम सिंह को भी 7 साल की सजा सुनाई है.

बाहुबली पर 43 मामले थे दर्ज
बाहुबली धनंजय सिंह पर 43 मामले दर्ज थे. लेकिन अब सिर्फ 10 मुकदमे लंबित हैं. इसमें से अकेले जौनपुर में 8 मामले दर्ज हैं. एक मुकदमा दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने में दर्ज है, जबकि एक मामला लखनऊ के विभूति खंड थाने में दर्ज है. अब तक सिर्फ 3 मामलों में इस बाहुबली के खिलाफ चार्ज फ्रेम हुआ है. बाकी 6 मामलों में अब तक सिर्फ चार्जशीट दाखिल हुई है. ये पहला मामला है जिसमें धनंजय सिंह को सजा सुनाई गई है. 

50 हजार का इनामी कैसे बना जौनपुर का लड़का-
धनंजय सिंह जौनपुर के रहने वाले हैं. उनका जन्म 16 जुलाई 1975 को हुआ था. साल 1990 में हाईस्कूल में पढ़ाई के दौरान पहली बार उसका नाम हत्याकांड में आया. हालांकि आरोप साबित नहीं हो पाया. लेकिन धनंजय सिंह अपराध के रास्ते पर चल निकला था. साल 1992 में एक युवक की हत्या का आरोप लगा. उस वक्त धनंजय सिंह बोर्ड की परीक्षा दे रहा था. आखिरी के कुछ पेपर उसने पुलिस की हिरासत में दिए. उसके बाद वो लखनऊ विश्वविद्यालय में चला गया और छात्र राजनीति में सक्रिय हो गया. यहीं पर धनंजय की मुलाकात अभय सिंह से हुई. धीरे-धीरे धनंजय सिंह अपराध की दुनिया में धंसता चला गया. साल 1998 आते-आते उसके खिलाफ 12 मुकदमे दर्ज हो चुके थे. उसपर 50 हजार का इनाम भी रखा जा चुका था.

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एनकाउंटर के बाद जिंदा हो गया धनंजय-
17 अक्टूबर 1998 को भदोही पुलिस ने एक एनकाउंटर किया जिसमें 4 बदमाशों को मार गिराया गया. पुलिस ने दावा किया कुख्यात बदमाश धनंजय सिंह को भी मुठभेड़ में मार गिराया गया है. एक 50 हजार के इनामी बदमाश को मारने पर पुलिस की खूब तारीफ हुई. लेकिन पुलिस की ये खुशी कुछ ही महीने के लिए थी. साल 1999 के फरवरी महीने में धनंजय सिंह ने सरेंडर कर दिया. इसके बाद खूब हंगामा मचा. पुलिस की काफी किरकिरी हुई. 34 पुलिसवालों पर केस दर्ज किया गया. इस मामले की सुनवाई आज तक पूरी नहीं हुई है.

बाहुबली का सियासी सफर-
धनंजय सिंह की सियासत में एंट्री तब हुई, जब जौनपुर के दबंग विनोद नाटे की एक सड़के हादसे में मौत हो गई. विनोद नाटे को मुन्ना बजरंगी का गुरू कहा जाता था. नाटे चुनाव लड़ना चाहता था. लेकिन अचानक उसकी मौत हो गई. इसके बाद धनंजय सिंह सियासत में उतरा और चुनाव में विनोद नाटे की तस्वीर लेकर प्रचार किया. धनंजय सिंह को साल 2002 के चुनाव में रारी विधानसभा से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत मिली. इसके बाद उसने साल 2007 में जेडीयू के टिकट पर जीत हासिल की. साल 2008 में धनंजय सिंह बीएसपी में शामिल हो गया. साल 2009 के लोकसभा चुनाव में बीएसपी ने बाहुबली को जौनपुर से उम्मीदवार बनाया. बाहुबली को इस चुनाव में जीत मिली.

साल 2011 में बीएसपी ने धनंजय सिंह को पार्टी से निकाल दिया. साल 2012 में धनंजय ने अपनी दूसरी पत्नी डॉक्टर जागृति सिंह को निर्दलीय उम्मीदवार बनाया. लेकिन जीत नहीं मिली. साल 2014 के लोकसभा और साल 2017 के विधानसभा में भी धनंजय सिंह को हार का सामना करना पड़ा. फिलहाल धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह जौनपुर की जिला पंचायत अध्यक्ष हैं.

धनंजय सिंह ने की 3 शादी-
बाहुबली धनंजय सिंह ने तीन शादी की है. साल 2006 में उसकी शादी मीनू सिंह से हुई थी. मीनू के पिता पटना में बैंक मैनेजर थे. लेकिन शादी के अभी एक साल के भीतर ही मीनू की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. परिवार के लोगों ने इसे खुदकुशी बताया. पहली पत्नी की मौत के बाद धनंजय सिंह ने साल 2009 में दूसरी शादी डॉ. जागृति सिंह से की. साल 2013 में धनंजय सिंह की पत्नी जागृति पर आरोप लगा कि उनकी पिटाई से नौकर की मौत हुई है. इस मामले में जागृति की गिरफ्तारी भी हुई. धीरे-धीरे धनंजय सिंह और जागृति सिंह में दूरियां बढ़ने लगी और साल 2017 में दोनों ने तलाक ले लिया.

इसी साल धनंजय सिंह ने तीसरी शादी की. उसने तेलंगाना के बिजनेसमैन की बेटी श्रीकला रेड्डी से फ्रांस के पेरिस में शादी की. श्रीकला रेड्डी का निप्पो बैट्री ग्रुप की मालिक के फैमिली से ताल्लुक है. श्रीकला के पिता जितेंद्र रेड्डी हुजूरनगर सीट से निर्दलीय विधायक रहे थे. जबकि उनकी मां गांव की सरपंच रह चुकी हैं. शादी के बाद साल 2021 में धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी जौनपुर की जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं. धनंजय सिंह का एक बेटा और एक बेटी हैं.

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