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Free Pilgrimage Scheme: दिल्ली वाले इस तरह कर सकेंगे फ्री में जगन्नाथ पुरी यात्रा, तीर्थयात्रा योजना के तहत बुजुर्गों को भेजेगी केजरीवाल सरकार

Jagannath Rath Yatra: दिल्ली सरकार की मुफ्त तीर्थ यात्रा स्कीम के तहत अब बुजुर्ग जगन्नाथ पुरी यात्रा भी कर पाएंगे. इसकी घोषणा रविवार को की गई है. इसके लिए केजरीवल सरकार दो ट्रेनें भेजने वाली है. बता दें, 1 जुलाई से जगन्नाथ पुरी यात्रा शुरू हुई है.

Jagannath Rath Yatra Jagannath Rath Yatra
हाइलाइट्स
  • कोविड-19 के कारण बंद थी यात्रा

  • योजना के तहत सबकुछ होता है फ्री 

दिल्ली के बुजुर्ग अब फ्री में जगन्नाथ पुरी यात्रा के लिए जा सकेंगे. जी हां, दिल्ली सरकार अपनी तीर्थयात्रा योजना के तहत बुजुर्गों को ओडिशा में जगन्नाथ पुरी यात्रा के लिए भेजेगी. रविवार को अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है. दरअसल, कोविड महामारी के कारण पुरी में पिछले दो साल से रथयात्रा में आम लोगों को शामिल होने नहीं दिया गया था, लेकिन इसबार यात्रा 1 जुलाई से शुरू हो चुकी है और सभी इसमें शामिल हो सकते हैं. 

अधिकारियों ने रविवार को कहा कि दिल्ली सरकार अपनी मुफ्त तीर्थ यात्रा योजना के तहत ओडिशा में हो रही जगन्नाथ पुरी यात्रा के लिए बुजुर्गो को भेजेगी.  

कोविड-19 के कारण बंद थी यात्रा 

आपको बताते चलें कि, कोविड-19 महामारी के प्रकोप के कारण 2020 और 2021 में आम जनता को रथ यात्रा में भाग लेने की अनुमति नहीं दी गई थी. लेकिन इस साल इस प्रतिबंध को हटा दिया गया है. यात्रा 1 जुलाई से शुरू हो गई है. सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत बुजुर्ग यात्रियों को लेकर दो ट्रेनें 11 जुलाई और 28 जुलाई को यात्रा के लिए रवाना होंगी.
 
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के हवाले से दिल्ली सरकार की तीर्थ यात्रा विकास समिति के अध्यक्ष कमल बंसल ने कहा, "जगन्नाथ पुरी यात्रा बहुत लोकप्रिय है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देश के बाद ही वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त तीर्थ यात्रा की सुविधा दी जा रही है. अब उन्हें इस ऐतिहासिक यात्रा में शामिल होने का मौका मिलेगा. इसके लिए जुलाई के महीने में, विशेष रूप से दो ट्रेनें रवाना होंगी."

योजना के तहत सबकुछ होता है फ्री 

गौरतलब है कि साल की शुरुआत में ओमिक्रॉन को देखते हुए इस योजना बंद कर दिया गया था लेकिन 14 फरवरी को द्वारका-सोमनाथ ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के साथ फिर से इसे शुरू कर दिया गया है. इस योजना के तहत सरकार प्रत्येक तीर्थयात्री की यात्रा, आवास और अन्य खर्चों के लिए भुगतान करती है. यानी इसमें सबकुछ फ्री होता है. प्रत्येक ट्रेन में करीब एक हजार लोग सवार होते हैं.