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माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR जरूरी, नियमों का सख्ती से करना होगा पालन

जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने COVID-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए वैष्णो देवी मंदिर आने वाले यात्रियों को नियंत्रित करने के लिए नियम लागू किए हैं. आदेश के अनुसार वैष्णो देवी आने वाले तीर्थयात्रियों को वैलिड और वैरिफाइड आरटी-पीसीआर या रेपिड एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट देना अनिवार्य होगा.

Vaishno Devi Temple Vaishno Devi Temple
हाइलाइट्स
  • मंदिर को कई बार किया जाएगा सेनेटाइज

  • भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जारी किए नए निर्देश

जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने COVID-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए वैष्णो देवी मंदिर आने वाले तीर्थयात्रियों को नियंत्रित करने के लिए नए दिशा निर्देश जारी किए हैं. आदेश के अनुसार वैष्णो देवी आने वाले तीर्थयात्रियों को वैलिड और वैरिफाइड आरटी-पीसीआर या रेपिड एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट देना अनिवार्य होगा. यह टेस्ट यात्रियों के केंद्र शासित प्रदेश में आगमन के 72 घंटे से अधिक पुराना नहीं होना चाहिए. 

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नए निर्देश
जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा शुक्रवार को जारी आदेश में कहा गया कि केवल उन तीर्थयात्रियों को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी, जिनमें कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं दिखाई देंगे. कोरोना महामारी की तीसरी लहर से बचाव के लिए सरकार ने गाइडलाइंस पर सख्ती की है.सरकार मां वैष्णो देवी में भक्तों की भीड़ जमा न हो पाने के इरादे से नियमों में बदलाव कर रही है. जम्मू- कश्मीर सरकार ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि केंद्र शासित प्रदेश में कोविड के हालातों को देखते हुए सख्ती करना जरूरी है. इस वजह से हमने यात्रियों की संख्या को सीमित करने का फैसला किया.

बिना लक्षण वाले यात्रियों को ही मिलेगा प्रवेश
आदेश में कहा गया है, "वैध और सत्यापन योग्य आरटी-पीसीआर / रैपिड एंटीजन टेस्ट, जो 72 घंटे से अधिक पुराना नहीं हो को अनिवार्य बनाया जाना चाहिए. केवल उन तीर्थयात्रियों को मंदिर जाने की अनुमति दी जाएगी, जिनमें कोविड ​​​​-19 संबंधित कोई लक्षण नहीं दिखाई देंगे."

मंदिर को कई बार किया जाएगा सेनेटाइज
मुख्य सचिव ने आदेश में कहा, "कोविड-19 के उचित व्यवहार/एसओपी का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए. लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का खास ध्यान रखना होगा." माता वैष्णो के दर्शन का सौभाग्य उन्हीं लोगों को प्राप्त होगा, जिनमें कोविड के कोई लक्षण नहीं होंगे. इसके अलावा मंदिर में साफ सफाई और हर बैठने वाली जगह को समय समय पर सैनिटाइज करना जरूरी है.

यह फैसला जम्मू-कश्मीर में COVID-19 के मामलों में एक असमान प्रवृत्ति देखने के बाद लिया गया. इस वजह से सभी जिलों में मौजूदा COVID-19 रोकथाम उपायों को जारी रखने का निर्णय लिया गया.