राष्ट्रीय राजधानी, दिल्ली शुक्रवार से जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए तैयार है. इन दिनों शहर में ऑनलाइन फूड डिलीवरी सेवाओं पर अस्थायी प्रतिबंध लगाया जाएगा. हालांकि, अधिकारियों ने क्लियर किया कि ये प्रतिबंध दवा डिलीवरी और पैथोलॉजी लैब्स द्वारा सैम्पल कलेक्शन जैसी आवश्यक सेवाओं पर लागू नहीं होंगे. इस बीच, दिल्ली पुलिस और गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस ने कार्यक्रम के दौरान नागरिकों और विश्व नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत सुरक्षा उपायों और यातायात व्यवस्था की घोषणा की.
कोई लॉकडाउन नहीं
दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त एसएस यादव ने पुष्टि की कि शिखर सम्मेलन के दौरान नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के तहत आने वाले क्षेत्रों में ऑनलाइन खाद्य वितरण सेवाएं, ई-कॉमर्स डिलीवरी और क्लाउड किचन उपलब्ध नहीं होंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि इन प्रतिबंधों के बावजूद शहर में किसी भी तरह के लॉकडाउन का आदेश नहीं दिया गया है. यादव ने इस हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा बनाए रखने के लिए नागरिकों और व्यवसायों से सहयोग की अपील की.
क्या रहेगा खुला
आवश्यक सेवाओं को प्रतिबंध आदेश से छूट दी गई है. नई दिल्ली में होटलों, अस्पतालों और अन्य महत्वपूर्ण सुविधाओं पर हाउसकीपिंग, कैटरिंग, वेस्ट मैनेजमेंट आदि से संबंधित वाहनों को सत्यापन के बाद ही अनुमति दी जाएगी. इसके अलावा, शुक्रवार से रविवार तक नई दिल्ली सहित पूरी दिल्ली में मेडिकल दुकानें, किराना स्टोर, दूध बूथ और सब्जी और फल की दुकानें खुली रहेंगी.
तैनात किए जाएंगे सुरक्षाकर्मी
राष्ट्रीय राजधानी में वाहनों का प्रवेश भी गुरुवार आधी रात से रविवार आधी रात तक वर्जित रहेगा, जिसका असर मुख्य रूप से धौला कुआं मार्ग पर पड़ेगा. कथित तौर पर शहर भर में 100,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे. दिल्ली पुलिस ने नागरिकों से दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के एक्स (ट्विटर) हैंडल और इसके वर्चुअल हेल्प डेस्क के माध्यम से ट्रैफिक अपडेट के बारे में सूचित रहने का भी आग्रह किया. इसके अतिरिक्त, गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस ने भीड़ कम करने के लिए कंपनियों से शुक्रवार (8 सितंबर) को घर से काम करने की नीति लागू करने का भी आग्रह किया.
विशेष रूप से, दिल्ली सरकार ने शिखर सम्मेलन के मद्देनजर शुक्रवार से रविवार (8-10 सितंबर) तक सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है. दुकान मालिकों, व्यवसायों और कॉमर्शियल प्रतिष्ठानों को इन दिनों अपने कर्मचारियों को पेड छुट्टियां देने का निर्देश दिया गया है. दिल्ली में हाई अलर्ट पर होने के कारण, नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे अधिकारियों के साथ सहयोग करें और सुचारू और सुरक्षित शिखर सम्मेलन सुनिश्चित करने के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाएं.
केवल एक मेट्रो स्टेशन रहेगा बंद
जी-20 समिट के दौरान मेट्रो से सफर करने वालों को दिक्कत न हो इसके लिए लिस्ट को दोबारा रिवाइस किया गया है. विवादित आदेश को दिल्ली पुलिस ने 48 घंटे के अंदर ही वापस ले लिया. दिल्ली पुलिस की मेट्रो सिक्योरिटी यूनिट के डीसीपी ने शनिवार को डीएमआरसी के चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर को पत्र लिखकर 23 मेट्रो स्टेशनों के 63 गेटों को 8 से 10 सितंबर तक यात्रियों की आवाजाही के लिए बंद रखने का आदेश दिया था. हालांकि इस लिस्ट में जिन मेट्रो स्टेशनों का नाम शामिल था, उनमें से ज्यादातर ऐसे थे जहां दिनभर कोई वीआईपी मूवमेंट नहीं होने वाला है. इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने अपने आदेश को वापस ले लिया है.
ट्रैफिक पुलिस के स्पेशल कमिश्नर एस.एस. यादव ने साफ किया है कि सुप्रीम कोर्ट को छोड़कर बाकी सभी मेट्रो स्टेशन खुले रहेंगे और लोग सामान्य रूप से उनके जरिए आवाजाही कर सकेंगे. इन स्टेशनों के सारे गेट्स भी खुले रहेंगे. केवल जिस वक्त वीआईपी मूवमेंट हो रहा होगा, उस दौरान सुरक्षा इंतजामों के चलते कुछ देर के लिए स्टेशन में लोगों की आवाजाही को रोका जाएगा. बाकी समय लोगों के मेट्रो स्टेशन आने-जाने पर किसी प्रकार की कोई पाबंद नहीं रहेगी.