ग्रेटर नोएडावासियों का गंगाजल के लिए 15 साल का इंतजार जल्द खत्म होगा. ग्रेटर नोएडावासियों तक गंगाजल पहुंचाने की आखिरी रुकावट भी अब खत्म हो गयी है. ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के नीचे से पाइपलाइन को क्रॉस कराने का काम रुक गया था, जिसे प्राधिकरण ने अब पूरा कर लिया है. इसी के साथ देहरा से लेकर ग्रेटर नोएडा तक गंगाजल की सभी पाइप लाइनें जोड़ दी गई हैं.
देहरा स्थित प्लांट से टेस्टिंग बीते 07 अक्तूबर को सीईओ शुरू कर चुके हैं. अब फाइनल टेस्टिंग जल्द शुरू हो जाएगी. इससे 15 साल से गंगाजल का इंतजार कर रहे ग्रेटर नोएडावासियों को नए साल का तोहफा मिलना तय हो गया है. ग्रेटर नोएडा में गंग नहर के जरिए 85 क्यूसेक गंगाजल लाने का प्रस्ताव 2005 में बना था, लेकिन तमाम अड़चनों के चलते अगले 10 साल में भी इस परियोजना पर कुछ खास काम नहीं हो सका. 2016 में ग्रेटर नोएडा वासियों तक गंगाजल पहुंचाने का लक्ष्य बहुत पीछे छूट गया.
अगस्त 2021 में ग्रेटर नोएडा तक गंगाजल लाने का था लक्ष्य
2017 के बाद करीब 800 करोड़ रुपये की इस परियोजना को पूरा करने में तेजी आई और 2019 में ग्रेटर नोएडा तक गंगाजल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया. इस बीच वन विभाग, सिंचाई विभाग, एनटीपीसी व किसानों से जमीन विवाद भी काम रुका, लेकिन इन दिक्कतों को भी जल्द सुलझा लिया गया. हालांकि इन वजहों अगस्त 2021 में ग्रेटर नोएडा तक गंगाजल लाने का लक्ष्य पूरा नहीं किया जा सका.
वहीं, आईओसीएल व गेल की गैस पाइप लाइन के चलते भी कुछ समय के लिए काम रुका रहा. इसका पटाक्षेप अगस्त 2021 में तब हुआ जब सीईओ नरेंद्र भूषण ने इन केंद्रीय विभागों से एनओसी के लिए खुद कमान संभाली. संबंधित अधिकारियों से कई दौर की वार्ता कर इस मसले को सुलझाया. वहीं, अक्टूबर 2021 तक बारिश होने के कारण ग्रेटर नोएडा वासियों को एक बार फिर गंगाजल तय लक्ष्य पर नहीं मिल सका. बारिश के कारण काम रुका रहा. हाल ही में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के नीचे से पाइपलाइन को क्रॉस कराने में भी दिक्कत आई, जिसके चलते कुछ समय के लिए फिर से काम बाधित हो गया.
नए साल में ग्रेटर नोएडा वासियों को मिलेगा गंगाजल
हालांकि, एनएचएआआई की सहमति से प्राधिकरण ने ट्रंचलेस विधि से काम करके पाइपलाइन को एक्सप्रेसवे पार कराने पर फिर काम शुरू किया. पाइपलाइन जोड़ने से मात्र तीन मीटर पहले एक बड़े पत्थर ने रास्ता रोक लिया. प्राधिकरण के एसीईओ अमनदीप डुली की अगुवाई में वरिष्ठ प्रबंधक जल व उनकी की टीम मौके पर टेंट लगाकर दिन-रात इसे पूरा करने में जुटी रही. शनिवार को यह काम भी पूरा हो गया. इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा तक पाइप लाइन को जोड़ने का काम पूरा हो चुका है. पूर्व में देहरा से बिसाहड़ा तक पानी की टेस्टिंग पूरी कर ली गई थी. इसके आगे की टेस्टिंग रुक गई थी, जो अब जल्द शुरू करने की तैयारी है. नए साल में ग्रेटर नोएडावासियों को गंगाजल मिलने लगेगा.
गंगाजल परियोजना की महत्वपूर्ण तिथियों पर एक नजर
*2005 में गंगाजल परियोजना का हुआ एलान.
*2016 में गंगाजल ग्रेटर नोएडा तक पहुंचाने का पहला लक्ष्य.
*2017 के बाद से इस परियोजना के काम में आई तेजी.
*फरवरी 2019 में दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन के नीचे काम करने की अनुमति.
*जुलाई 2019 में एनटीपीसी दादरी से मिली एनओसी.
*जून 2021 में वन विभाग ने दी काम करने की अनुमति.
*सितंबर 2021 में आईओसीएल से पाइप लाइन डालने की मिली अनुमति.
*अक्तूबर 2021 में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के नीचे से लाइन डालने की अनुमति.
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने बताया कि गंगाजल परियोजना की सभी बाधाएं दूर कर ली गई हैं. गंग नहर से ग्रेटर नोएडा तक पाइप लाइन जोड़ने का काम पूरा हो गया है. ग्रेटर नोएडावासियों के घरों तक बहुत जल्द गंगाजल पहुंचाने की कोशिश की जाएगी.