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C-17 Globemaster: तुर्की की मदद के लिए राहत मिशन में जुटा ग्लोबमास्टर C-17, जानिए क्यों रेस्क्यू ऑपरेशन में वरदान साबित होता है ये विमान

तुर्किये की मदद के लिए भारत ने अब तक 5 बोइंग C-17 ग्लोबमास्टर भेजे हैं. C-17 ग्लोबमास्टर, तुर्किये के लिए लगातार संकटमोचक की भूमिका में दिख रहे हैं. हर विपदा में ट्रबल शूटर की तरह खुद को साबित करने वाले ग्लोबमास्टर की खासियत जान लीजिए.

ग्लोबमास्टर C-17 ग्लोबमास्टर C-17
हाइलाइट्स
  • 70 से ज्यादा देश कर चुके हैं मदद

  • भारत ने अब तक भेजे 5 बोइंग C-17 ग्लोबमास्टर 

मलबे के ढेर में तब्दील हो चुके तुर्किये और सीरिया के इन शहरों में लोगों की जान बचाने के लिए देवदूतों का मिशन जिंदगी युद्धस्तर पर जारी है. कहीं मलबे के ढेर से बच्चों को निकाला जा रहा है. तो कहीं महिलाओं और बुजुर्गों को बचाया जा रहा है. मलबे में दबे इस मासूम को बोतल के ढक्कन से पहले पानी पिलाया गया और फिर उसे सकुशल बाहर निकाल लिया गया.

70 से ज्यादा देश कर चुके हैं मदद
तुर्किये की अपील पर मदद करने वाले देशों की संख्या लगातार बढ़ रही है. अब तक 70 से ज्यादा देश और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठन मदद के लिए आगे आए हैं. हालात को देखते हुए तुर्किये के 10 प्रांतों में 3 महीने तक इमरजेंसी का ऐलान किया गया है. इतना ही नहीं सभी सरकारी इमारतों को शेल्टर होम में तब्दील कर दिया गया है. ताकि बचाए गए लोगों को इन हालात के बीच बर्फबारी और बारिश का सामना ना करना पड़े.

भारत ने अब तक भेजे 5 बोइंग C-17 ग्लोबमास्टर 
तुर्किये में भूकंप की तरफ से मचाई गई तबाही के तीन दिन हो गए हैं. सोमवार को आए भूकंप की त्रासदी की तस्वीरें चारों तरफ बिखरी हुई है. तुर्किये में करीब 7000 लोगों की मौत के बीच भारतीय वायुसेना ने घायलों की जान बचाने के लिए अपने सबसे बड़े तारणहार को उतार दिया है. भारत की तरफ से अब तक 5 बोइंग C-17 ग्लोबमास्टर वहां भेजे जा चुके हैं. C-17 ग्लोबमास्टर, तुर्किये के लिए लगातार संकटमोचक की भूमिका में दिख रहे हैं. हर विपदा में ट्रबल शूटर की तरह खुद को साबित करने वाले ग्लोबमास्टर की खासियत जान लीजिए. 

C-17 ग्लोबमास्टर की खासियत 
बोइंग C-17 ग्लोबमास्टर दुनिया के बड़े मिलिट्री मालवाहक जहाजों में से एक है. भारतीय वायुसेना के इस जांबाज योद्धा में चार इंजन लगे हुए हैं. चार इंजन वाला ये ट्रांसपोर्ट विमान एक बार में 77,519 किलोग्राम तक कार्गो ले जाने की क्षमता रखता है. जिसकी वजह से ये एक बार में बड़े आराम से 400 से ज्यादा यात्रियों को लेकर उड़ान भर सकता है. 

ये विमान, अपने साथ हथियारबंद वाहन, ट्रक और यहां तक कि M1 अबराम्स युद्धक टैंक को भी इस विमान में ले जाया जा सकता है. बोइंग की तरफ से विमान चार इंजनों से लैस है. C-17 विमान का बाहरी ढांचा इतना मजबूत है कि इस पर राइफल और छोटे हथियारों की फायरिंग का कोई असर नहीं होता है. कारगिल, लद्दाख जैसे दुर्गम इलाकों में भी C-17 ट्रांसपोर्ट विमान बेहद आसानी से उतर सकता है. 

लैंडिंग के दौरान C-17 ग्लोबमास्टर को अगर कोई दिक्कत आती है तो पायलट के इस्तेमाल के लिए रिवर्स गियर भी दिया गया है. C-17 ग्लोबमास्टर की लंबाई 174 फीट है...जबकि उसकी चौड़ाई 170 फीट है. भारतीय वायुसेना के इस विमान की जमीन से ऊंचाई 55 फीट है. तीन लोगों के क्रू में दो पायलट और एक लोड मास्टर होता है जो कि पिछले हिस्से से विमान में कार्गो चढ़ाता है.

इसी काबिलियत की वजह से C-17 ग्लोबमास्टर को किसी भी विपदा में लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए भी लगाया जाता है. यही वजह है कि तुर्किये में प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे लोगों की मदद के लिए भारत की तरफ से कई C-17 ग्लोबमास्टर का इस्तेमाल हो रहा है.