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Go First: सस्ती फ्लाइट सुविधा देने वाली Go First क्यों पहुंचा दिवालिया होने की कगार पर...तीन दिन तक कंपनी को करनी पड़ी सभी फ्लाइटें कैंसिल

गो फर्स्ट एयरलाइन ने अगले तीन दिनों के लिए अपनी बुकिंग बंद कर दी है. सीईओ कौशिक खोना के अनुसार फंड की भारी कमी के कारण 3, 4 और 5 मई को उड़ानों को अस्थायी रूप से निलंबित रखा जाएगा.

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वीडियो ग्रुप की एयरलाइन कंपनी Go First लगभग दिवालिया होने के कगार पर है. कंपनी का कहना है कि उसके पास इंजन की कमी हो गई है जिसकी वजह से वो कम उड़ाने भर पाएगी. इंजन बनाने वाली कंपनी प्रैट एंड व्हिटनी (Pratt & Whitney) ने उसकी सप्लाई बंद कर दी है. कंपनी के पास फंड की भारी कमी हो गई है.

एयरलाइन के पास पैसे नहीं हैं जिस वजह से वह ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के बकाये का भुगतान नहीं कर पा रही है. इन कंपनियों ने उसे तेल देने से मना कर दिया है. इस वजह से एयरलाइन तीन, चार और पांच मई को उड़ान नहीं भरने का फैसला किया है और बुकिंग बंद कर दी है.

1. गो एयरलाइंस (इंडिया) ने कहा कि उसे प्रैट एंड व्हिटनी इंजनों की "लगातार बढ़ती विफलता" के कारण समाधान और सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) में आवेदन करने के लिए मजबूर होना पड़ा है जो उसके बेड़े को शक्ति प्रदान करता है.

2. प्रैट एंड व्हिटनी गो फर्स्ट के एयरबस A320neo विमान बेड़े के लिए विशेष इंजन आपूर्तिकर्ता है.

3. "गो फर्स्ट को प्रैट एंड व्हिटनी के इंटरनेशनल एयरो इंजन, एलएलसी द्वारा आपूर्ति किए गए विफल इंजनों की लगातार बढ़ती संख्या के कारण यह कदम उठाना पड़ा है, जिसके परिणामस्वरूप गो फर्स्ट को 25 विमान (अपने एयरबस A320neo विमान बेड़े के लगभग 50% के बराबर को 1 मई 2023 तक ग्राउंड करना पड़ा.) 

4. गो फर्स्ट के मुख्य कार्यकारी कौशिक खोना ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, "यह एक दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय है (स्वैच्छिक दिवाला समाधान कार्यवाही के लिए दाखिल करना) लेकिन कंपनी के हितों की रक्षा के लिए इसे किया जाना था."

5. एयरलाइन ने कहा कि प्रैट एंड व्हिटनी के दोषपूर्ण इंजनों के कारण ग्राउंडेड विमानों का प्रतिशत दिसंबर 2019 में 7 प्रतिशत से बढ़कर दिसंबर 2020 में 31 प्रतिशत से बढ़कर दिसंबर 2022 में 50 प्रतिशत हो गया है.

6. यदि प्रैट एंड व्हिटनी को 27 अप्रैल 2023 तक कम से कम 10 सर्विसेबल स्पेयर लीज्ड इंजनों के पहले के आदेशों का पालन करना था और दिसंबर 2023 तक प्रति माह अतिरिक्त 10 अतिरिक्त लीज इंजन दिए गए थे, तो एयरलाइन अगस्त/सितंबर तक पूर्ण संचालन पर वापस जाने में सक्षम होगी. 

7.अगर प्रैट एंड व्हिटनी अतिरिक्त पट्टे पर इंजन उपलब्ध कराने में विफल रहता है, और अगले तीन-चार महीनों में इंजन की विफलता की उम्मीद के साथ, गो फर्स्ट के संचालन को अव्यवहारिक बना दिया जाएगा.

8. गो फर्स्ट ने कहा कि उसने सरकार को स्थिति के बारे में बता दिया है और नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) को एक रिपोर्ट भेजेगा.

9. गो फर्स्ट में 5,000 से अधिक लोग कार्यरत हैं.

10. अपनी वेबसाइट पर, एयरलाइन ने कहा कि उसके बेड़े में 59 विमान हैं, जिनमें से 54 A320neo और पांच A320ceo हैं.

18 साल पहले भरी थी पहली उड़ान
बता दें कि नवंबर 2005 को मुंबई से अहमदाबाद के लिए गो एयर की पहली फ्लाइट ने उड़ान भरी थी. इस रूट की किसी अन्य एयलाइन के मुकाबले Go Air की फ्लाइट के दाम सस्ते थे. इसे देखते हुई कई ग्राहक इसकी तरफ आकर्षित हुए और गो एयर ने लो-कॉस्ट मॉडल पर देश के अलग-अलग रूट्स में विमान सेवाएं शुरू कर दीं. एक वक्त ऐसा भी था जब कंपनी परफॉर्मेंस के आधार पर लगातार 15 महीने तक देश की लीडिंग एयरलाइन बनी रही.