घूमने के शौकीनों के लिए एक अच्छी खबर है. खास तौर पर उन लोगों के लिए जो अंतरिक्ष के नजारों को देखना पसंद करते हैं. जिन्हें रात को आसमान में तारे देखना पसंद है. दरअसल, देश में सैलानियों के लिए पहली स्टार्गेजिंग साइट तैयार हो गई है.
लद्दाख में खोला गया डार्क स्काई रिजर्व
लद्दाख में देश का पहला डार्क स्काई रिजर्व तैयार किया गया है, जो गर्मियों में सैलानियों के लिए खोला जाएगा. लद्दाख में लेह जिले के हनले गांव में तैयार देश की पहली डार्क स्काई सैंक्चुअरी में रात के अंधेरे में चांद-सितारों का करीब से दीदार किया जा सकेगा. इस साइट पर 18 पावरफुल टेलीस्कोप लगाए गए हैं, जिन्हें ऑपरेट करने के लिए युवाओं को ट्रेनिंग का काम भी पूरा हो गया है.
खगोल पर्यटन का बड़ा केंद्र बनेगा हनले
करीब 4500 मीटर की ऊंचाई पर चांगथंग क्षेत्र में ये साइट एस्ट्रो टूरिज्म यानी खगोल पर्यटन का बड़ा केंद्र बन जाएगी. इस जगह से वैज्ञानिकों के साथ सैलानी भी तारों की दुनिया और चलती आकाशगंगा को देख सकेंगे. दुनियाभर में इस तरह की कुल 36 स्टार्गेजिंग साइट्स हैं, जिनमें से ज्यादातर यूरोप में हैं.
होम स्टे भी खोले जाएंगे
हनले और आसपास के इलाकों में खगोल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए होम स्टे खोले जाएंगे. इलाके में बसे गांवों के लोग भी अपने घरों में होम स्टे सेवाएं देने के लिए तैयार हो गए हैं. इस साइट के जरिये पर्यटकों को लद्दाख के ग्रामीण इलाकों को समझने और खगोल पर्यटन का रोमांच देखने को मिलेगा.
रोशनी प्रदूषण को किया जाएगा कम
डार्क स्काई रिजर्व में रात के समय बल्ब, ट्यूबलाइट के इस्तेमाल को कम किया जाएगा, क्योंकि खगोल पर्यटन के लिए रात की रोशनी प्रदूषण कहलाती है. हनले और आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को रात की रोशनी परदे में रखने के उपाय बताए गए हैं. इलाके में बने घरों के भीतर की रोशनी बाहर न आए, इसके लिए मोटे पर्दे लगाए जाएंगे. रात के समय इलाके में वाहनों की आवाजाही को भी नियंत्रित किया जाएगा, क्योंकि अंधेरा जितना गहरा होगा, खगोलीय नजारा उतना अच्छा दिखेगा.