रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में कई भारतीय छात्र यूक्रेन में फंस गए हैं. जिनको निकालने के लिए भारत सरकार ऑपरेशन गंगा चला रही है. इस ऑपरेशन के तहत एक एक भारतीय को रेस्क्यू कर भारत लाने का उद्देश्य है. अब इस ऑपरेशन में जिला स्तर के अधिकारी भी जुड़ने लगे हैं. विदेश मंत्रालय से लेकर जिले के डीएम यूक्रेन में फंसे लोगों की जानकारी पहुंचाएंगे.
ऑपरेशन गंगा को रफ्तार देने की कोशिश
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों और भारतीय नागरिकों के रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन गंगा को और रफ्तार देने की कोशिश लगातार जारी है. उत्तर प्रदेश सरकार की कोशिश है कि उत्तर प्रदेश के वो लोग जिनके परिवार का कोई शख्स यूक्रेन में फंसा है और भारत नहीं आ पा रहा है. या फिर विदेश मंत्रालय तक अपनी बात नहीं पहुंचा पा रहा है, उसे जल्द से जल्द भारत लाया जाए.
यूपी सरकार ने चलाया हेल्पलाइन
उन सभी के लिए नोएडा प्रशासन ने हेल्पलाइन जारी की है और उस हेल्पलाइन को मेनेज करने के लिए 5 सीनियर अधिकारी अपॉइंट किए गए हैं. सर्कुलर जारी करके अपील की गई है इन अधिकारियों को नोएडा के रहने वाले वो लोग संपर्क करें जिनके घर का कोई सदस्य यूक्रेन में फंसा हो, ये अधिकारी यूक्रेन से उत्तर प्रदेश के रहने वाले उन लोगों को रेस्क्यू करवाने में मदद करेंगे, जो काफी दिनों से भारत आना चाह रहे हैं लेकिन नहीं आ पा रहे हैं.
यूक्रेन में फंसे लोगों का डेटाबेस तैयार करेगी सरकार
ये टीम सीधा विदेश मंत्रालय तक यूपी के रहने वाले उन लोगों की जानकारी पहुंचाएगी जो यूक्रेन में फंसे हुए हैं. आज उत्तर प्रदेश सरकार के बड़े अधिकारियों की मीटिंग नोएडा और गाजियाबाद के डीएम से हुई जिसमें दोनों ही डीएम को जिम्मेदारी दी गई है. दोनों उत्तर प्रदेश के तमाम लोगों का डेटाबेस विदेश मंत्रालय तक पहुंचाएंगे. साथ ही यूक्रेन से दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचने वाले उन तमाम लोगों की जो उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. उनको एयरपोर्ट से घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी उनकी होगी.