73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सरकार ने पद्म पुरस्कार 2022 की घोषणा है. 8 दिसंबर 2021 को एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए सीडीएस जनरल बिपिन रावत को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा. देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म अवॉर्ड तीन श्रेणियों पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री पुरस्कार के रूप में दिए जाते हैं.
इस साल पद्म विभूषण के लिए कुल चार नाम चुने गए हैं, जबकि 17 हस्तियों के नाम पद्म भूषण के लिए चुने गए हैं. इसके अलावा पद्मश्री सम्मान के लिए 107 नामों का चयन हुआ है. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में इन विजेताओं को सम्मानित करेंगे. माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला, अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई, एसआईआई के एमडी साइरस पूनावाला को पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा. वहीं ओलंपियन नीरज चोपड़ा, प्रमोद भगत और वंदना कटारिया और गायक सोनू निगम को पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा.
पद्म विभूषण सम्मान पाने वालों में कौन?
पिछले साल दिसंबर में हेलीकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले देश के अपने पहले सीडीएस बिपिन रावत के शौर्य को सलाम करने के लिए सरकार द्वारा उन्हें मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया है. इस साल तीन लोगों को मरणोपरांत पद्म विभूषण सम्मान दिया गया है. जिसमें देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत (सिविल सेवा), बीजेपी के पूर्व नेता कल्याण सिंह (सार्वजनिक मामले) और गीताप्रेस गोरखपुर के अध्यक्ष रहे राधेश्याम खेमका (साहित्य और शिक्षा) के नाम शामिल हैं. शास्त्रीय संगीतज्ञ डॉक्टर प्रभा अत्रे को भी पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है.
किन्हें मिला पद्म भूषण सम्मान?
इसके अलावा पद्म भूषण के लिए जिन 17 नामों का एलान हुआ है, उनमें से दो को मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया जाएगा. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, पश्चिम बंगाल के पूर्व सीएम बुद्धदेब भट्टाचार्य के नाम शामिल हैं. इसके अलावा दुनियाभर में भारत का नाम रोशन करने वाले माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला और गूगल के सीईओ सुंदर पिचई को भी पद्म विभूषण सम्मान दिया जाएगा. कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक के अध्यक्ष कृष्णा एला, उनकी सह-संस्थापक पत्नी सुचित्रा एला को पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा
भारतीय नागरिकों को उनके असाधारण कामों के लिए किया जाता है सम्मानित
पद्म पुरस्कार भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष भारतीय नागरिकों को उनके असाधारण कामों के लिए दिए जाते हैं. यह अवॉर्ड गणतंत्र दिवस पर हर साल भारत सरकार द्वारा कला, शिक्षा, उद्योग, साहित्य, विज्ञान, अभिनय, चिकित्सा, समाज सेवा और सार्वजनिक मामलों सहित विभिन्न क्षेत्रों में उनके विशिष्ट योगदान के लिए दिए जाते हैं. ये पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जाता है,असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए पद्म विभूषण, उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए पद्म भूषण और विशिष्ट सेवा के लिए पद्मश्री. पद्म पुरस्कार देने की शुरुआत वर्ष 1954 में की गई थी. जिसके बाद साल 1978-1979 और 1993 से 1997 के बीच रुकावट को छोड़कर हर साल इनकी घोषणा गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है.