फरीदाबाद के एक निजी अस्पताल में हरियाणा का पहला हार्ट ट्रांसप्लांट हुआ. दिल्ली,गुड़गांव और फरीदाबाद के बीच ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया. जिसकी मदद से 40 किलोमीटर की दूरी 30 मिनट में तय की गयी. फरीदाबाद के एक निजी अस्पताल में हरियाणा का पहला हार्ट ट्रांसप्लांट करने का मामला सामने आया है जहां डॉक्टरों ने महज 40 मिनट में महिला का हार्ट ट्रांसप्लांट करने में कामयाबी हासिल की है.
पर ये ट्रांसप्लांट इतना भी आसान नहीं रहा. इस हार्ट को गुजरात के वडोदरा से चार्टर्ड प्लेन के जरिए दिल्ली लाया गया था. जहां से लाने के लिए 40 किलोमीटर तक का ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था. इस दिल को वडोदरा से दिल्ली लाने में करीब 3.30 घंटे का समय लगा. ऑपरेशन होने के बाद डॉक्टरों ने इसे एक बड़ी सफलता बताया है. साथ ही उन्होंने फरीदाबाद, गुड़गांव और दिल्ली पुलिस का ग्रीन कॉरिडोर बनाने के लिए धन्यवाद किया. डॉक्टर्स ने कहा कि ग्रीन कॉरिडोर बनाने से हार्ट समय पर अस्पताल पहुंचा और यह ऑपरेशन समय पर सफल हो पाया.
4 सालों से कर रही थीं दिल का इंतजार
हार्ट ट्रांसप्लांट के इस ऑपरेशन को करने वाले डॉक्टर अमित चौधरी ने बताया कि मरीज उनके पास 3 महीने से उपचार ले रही थी जिनका दिल केवल 14 परसेंट काम कर रहा था. ऐसे में एकमात्र उपचार हार्ट ट्रांसप्लांट ही था. लेकिन हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए मैचिंग ब्रांडेड डोनर नहीं मिलने के कारण वह 4 सालों से दिल का इंतजार कर रही थीं. डॉक्टर अमित के मुताबिक बीते 6 जनवरी को सुबह नोटो (नेशनल डोनर टिशू एंड ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन) की तरफ से उनके पास फोन आया कि वडोदरा गुजरात में एक महिला की मौत हुई है जिसका ब्लड ग्रुप उनकी मरीज के ब्लड ग्रुप से मैच करता है. जिसके बाद उन्होंने तुरंत ही मरीज को उसके पति के साथ कानपुर से फरीदाबाद ट्रांसप्लांट के लिए बुलवा लिया.
दिल्ली, गुरुग्राम और फरीदाबाद के बीच ग्रीन कॉरिडोर तैयार किया गया
डॉ अमित सुबह ही एक चार्टर प्लेन से गुजरात के वडोदरा हार्ट लेने के लिए गए और शाम 7:00 बजे वह दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे. दिल्ली, गुरुग्राम और फरीदाबाद के बीच ग्रीन कॉरिडोर तैयार किया गया ताकि बिना किसी रूकावट के और बिना देरी के हार्ट को फरीदाबाद के अस्पताल लाया जा सके. उन्होंने बताया कि केवल 30 मिनट में दिल्ली एयरपोर्ट से फरीदाबाद की अस्पताल की 40 किलोमीटर की दूरी तय की गई. वहीं अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर एनके पांडे और ऑपरेशन को करने वाले डॉक्टर अमित चौधरी ने बताया कि यह बहुत ही जटिल सर्जरी थी क्योंकि मरीज के शरीर से हार्ट निकलने के बाद दूसरे मरीज के शरीर में लगने के लिए केवल 6 घंटे का समय होता है. उन्होंने यह ट्रांसप्लांट करीब 4 घंटे में पूरा कर लिया.
40 मिनट में हार्ट फरीदाबाद पहुंचा
डॉ अमित और एशियन हॉस्पिटल के डायरेक्टर एनके पांडे ने ग्रीन कॉरिडोर बनाने के लिए फरीदाबाद, गुरुग्राम और दिल्ली पुलिस का धन्यवाद करते हुए कहा कि दिल्ली से फरीदाबाद लाने के लिए पुलिस ने ग्रीन कोरिडोर बनाया जिसके चलते केवल 40 मिनट में हार्ट फरीदाबाद अस्पताल पहुंचा और समय पर हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया. इस सफल ऑपरेशन के बाद महिला मरीज के पति ने डॉक्टरों का कोटि-कोटि धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि वह भी फैमिली से बात कर ऑर्गन दान करने का मन बना रहे हैं.
(फरीदाबाद से सचिन गौड़ की रिपोर्ट)