लखनऊ में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (Ground Breaking Ceremony 4.0) के चौथे संस्करण का शुभारंभ 19 फरवरी 2024 को होने वाला है. यह सेरेमनी यूपी में धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से खास होने वाली है. प्रधानमंत्री इस दौरान हजारों करोड़ों रुपए की निवेश परियोजनाओं की सौगात देंगे. योगी सरकार के सांस्कृतिक एजेंडे में टॉप पर रहने वाले अयोध्या, मथुरा और काशी में निवेश प्रस्तावों को अमली जामा पहनाया जाएगा. इसके लिए रूपरेखा तैयार जो चुकी है.
बढ़ी है यूपी आने वाले पर्यटकों की संख्या
22 जनवरी को राम जन्मभूमि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद जहां देश भर से श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं, वहीं विदेशी पर्यटकों के भी बड़ी संख्या में अयोध्या आने का अनुमान है. यूपी सरकार ने अपने एजेंडे में शीर्ष पर रहने वाले अयोध्या, मथुरा और काशी में जहां अलग-अलग परियोजनाओं के लिए बड़े बजट का प्रावधान किया है, वहीं अब चौथे ग्राइंड ब्रेकिंग सेरेमनी में भी इन स्थलों से जुड़े बड़े प्रस्तावों को शामिल किया गया है. भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या, भगवान श्रीकृष्ण का जन्मस्थान मथुरा और महादेव की नगरी काशी पूरी दुनिया में अपने धार्मिक महत्व के कारण सुविख्यात है. इसके साथ ही इन तीनों धार्मिक स्थलों से करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है.
इतनी करोड़ की हैं निवेश परियोजनाएं
सोमवार को पीएम मोदी जब चौथे ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का शुभारम्भ करेंगे तो पर्यटन के लिहाज से इन तीनों स्थलों के लिए करोड़ों के निवेश प्रस्ताव उसमें शामिल होंगे. पीएम मोदी के हाथों अयोध्या, मथुरा और काशी के लिए करीब 40 हजार करोड़ रुपए की निवेश परियोजनाओं का शुभारंभ करने की योजना तैयार की गई है. पर्यटन विभाग के करीब 86 हजार करोड़ की निवेश प्रस्तावों का पीएम मोदी शुभारंभ करने वाले हैं.
अयोध्या, मथुरा और काशी में आकार लेंगे बड़े निवेश प्रस्ताव
श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्याधाम में राम मंदिर के लोकार्पण के बाद श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ी है. आगे बड़ी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने की उम्मीद है. अयोध्या में करीब 10,155.79 करोड़ रुपए की निवेश परियोजनाएं धरातल पर उतरेंगी. अयोध्या में पहले से ही बड़ी संख्या में निवेशकों ने रुख किया है. ग्राउंड ब्रेकिंग में भी अयोध्या में होटल, रिजॉर्ट, होम स्टे के अलावा कई अन्य सेक्टर में निवेश के द्वार खुलेंगे. प्राण प्रतिष्ठा के बाद यहां आने वाली अनुमानित पर्यटकों और भक्तों की संख्या को देखते हुए होटल और हॉस्पिटलिटी इंडस्ट्री का बड़ा ब्रांड यहां निवेश करेगा.
मथुरा में बड़े पैमाने पर होगा रोजगार का सृजन
श्रीकृष्ण के जन्मस्थान मथुरा में ग्राउंड ब्रेकिंग के निवेश प्रस्तावों के जरिए 13486.63 करोड़ रुपए की कई परियोजनाओं का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. इन परियोजनाओं की शुरुआत के साथ ही यहां बड़े पैमाने पर रोजगार का भी सृजन संभव हो सकेगा.
महादेव की नगरी काशी का और होगा विकास
महादेव की नगरी काशी पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र भी है. काशी कॉरिडोर बनने के बाद श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में बहुत ज्यादा वृद्धि हुई है. वाराणसी में करीब 15,313.81 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शुभारंभ होगा. पर्यटन विभाग की ओर से तैयार सूची के अनुसार कुल 124 निवेशक यहां अपने उद्यम स्थापित करेंगे. इससे पूर्वांचल में 43 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा. महानिदेशक पर्यटन मुकेश कुमार मेश्राम ने बताया कि उत्तर प्रदेश आने वाले पर्यटकों को एक अच्छा अनुभव हो इसको लेकर प्रस्ताव तैयार किए गए हैं. होटल और अवस्थापना से सम्बंधित सभी बड़े नाम यूपी आना चाहते हैं और यहां निवेश करेंगे. यहां हर स्थल की कनेक्टिवीटी बढ़ने से भी पर्यटन की सम्भावनाओं का विकास हुआ है.
इन धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व के पर्यटन स्थलों पर भी है ध्यान
अयोध्या, मथुरा और काशी के अलावा अन्य धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व के पर्यटन स्थलों का भी विकास होगा. इसके लिए कई निवेश प्रस्ताव ग्राउंड ब्रेकिंग में शामिल किए गए हैं. सबसे ज्यादा जोर नैमिष तीर्थ क्षेत्र पर है. नैमीशारण्य के लिए सीतापुर में 21,801.8 करोड़ की निवेश परियोजनाओं को धरातल पर उतारने की योजना बनाई गई है. यह क्षेत्र सीएम योगी की प्राथमिकताओं में शीर्ष पर है.
इसके अलावा ऋषिमुनियों की तपस्थली चित्रकूट, भगवान गौतम बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर, तीर्थराज प्रयागराज, शक्ति उपासना के केंद्र मीरजापुर को मिलाकर कुल 8 धार्मिक स्थलों में 86 हजार करोड़ की परियोजनाएं आकार लेंगी. कुशीनगर में 1152.38 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शुभारंभ होगा तो वहीं संगमनगरी प्रयागराज में 9619.9 करोड़ रुपए की निवेश परियोजनाओं का शुभारंभ होगा. अगले वर्ष 2025 महाकुंभ को देखते हुए इन निवेश परियोजनाओं का शुभारंभ महत्वपूर्ण होगा. चित्रकूट में भी 7047.37 करोड़ रुपए की परियोजनाएं मूर्त रूप लेने जा रही हैं, जबकि मां विंध्यवासिनी धाम के लिए प्रसिद्ध मीरजापुर में भी 7358 करोड़ रुपए का निवेश धरातल पर उतरेगा.